योगगुरु बाबा रामदेव ने पतंजलि योगपीठ की ओर से वैदिक बोर्ड के नाम से बोर्ड बनाने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय से अनुमति मांगी गई है. बाबा रामदेव अपना निजी स्कूल बोर्ड बनाने जा रहे हैं. इसके लिए पतंजलि योगपीठ की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
देश में सीबीएसई, आईसीएसई और तमाम राज्यों के शिक्षा बोर्ड हैं, उसी प्रकार बाबा रामदेव ने भारत सरकार से देश में एक वैदिक बोर्ड की स्थापना के लिए अनुमति मांगी है. इस नए वैदिक बोर्ड में देश की पुरातन गुरुकुल शिक्षा पद्धति को आधुनिक काल के हिसाब से पुनर्जीवित करने का प्रयास है.
पतंजलि योगपीठ से जुड़े लोग बताते हैं कि बाबा रामदेव ने ऐसे वैदिक बोर्ड की परिकल्पना की है, जिसमें बच्चों को भारत का गौरवशाली अतीत, इतिहास, संस्कृति और परम्परा से परिचित कराया जाएगा. आधुनिक पाठ्यक्रम के साथ वेद, पुराण एवं उपनिषद भी पढ़ाए जाएंगे.
बता दें कि बाबा रामदेव ने आचार्यकुलम के नाम से वैदिक स्कूल शुरू कर भी दिया है, जिसमें बच्चे सुबह उठ कर योग करते हैं, यज्ञ करते हैं और फिर उसके बाद दिन में पढ़ाई पढ़ते हैं.