मिर्जापुर। इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम परिवर्तन होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं और अन्य हिन्दूवादी संगठनों ने मिर्जापुर का नाम बदलने की मुहिम तेज कर दी है।
नगर क्षेत्र के भाजपा विधायक रत्नाकर मिश्र ने जिले का नाम बदलकर विन्ध्यधाम करने की मुहिम तेज कर दी है। वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस सम्बन्ध में कई बार पत्राचार कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह अनायास नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मिर्जापुर को मण्डल मुख्यालय का दर्जा दिया।
क्षेत्र की महत्ता और जनता की मांग को देखते हुए 1998 में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने मण्डल मुख्यालय मिर्जापुर का नाम बदलकर विन्ध्याचल मण्डल नामकरण किया था। उन्होंने कहा कि असल में मिर्जापुर जिले के लिखावट को लेकर ही दशकों से विवाद चल रहा है। इसे विडम्बना कहें या सरकारीकरण जिले का नाम दो तरह से लिखा जाता है। सरकारी स्तर पर मिर्जापुर जबकि स्थानीय लोग मीरजापुर लिखते हैं।
पहले को नवाब मीरजाफर से जोड़कर देखा जाता है जो गुलामी का प्रतीक माना जाता है, हालांकि मिर्जापुर का नाम नवाब मीरजाफर से जुडा है इसका कोई पुष्ट दस्तावेजी प्रमाण नहीं है। जिले के बुद्धजीवियों का मानना है कि मीरजापुर सही नाम है। वे शब्द की व्याख्या करते है कि मीर का अर्थ है समुद्र जा का अर्थ है उत्पन्न होना। दोनों मिलाकर अर्थ होता है ‘समुद्र से उत्पन्न होने वाली लक्ष्मी अर्थात मिर्जापुर का नाम शाब्दिक अर्थ लक्ष्मीपुर है।
स्थानीय नागरिकों का तर्क है कि विन्ध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी माँ विन्ध्यवासिनी का यह पीठ महालक्ष्मी स्वरूप है। देवी यहाँ महालक्ष्मी के रूप में विद्यमान और पूँजीत है। लिहाजा जिले का नाम विन्ध्य धाम किया जाना चाहिए। मिर्जापुर जिले का नाम बदलने की माँग दशकों पुरानी है।
जनता की विशेष माँग पर श्री कल्याण सिंह ने मिर्जापुर मण्डल का नाम बदलकर विन्ध्याचल मण्डल किया था तब भी जिले के नाम को बदलने की माँग रखी गई थी, जिसे श्री कल्याण सिंह ने सिद्धान्त: स्वीकार भी कर लिया था। पर बाद में वे मुख्यमंत्री पद से हट गये और यह माँग ठण्डे बस्ते में चली गयी।
यहाँ नाम बदलने की माँग श्री रत्नाकर मिश्र के भाजपा विधायक चुने जाने के बाद से ही जोर पकडऩे लगी है। दरअसल खुद रत्नाकर मिश्र ने इस माँग को विधायक बनने के साथ ही शुरू कर दी है। श्री मिश्र ने लेटर पैड, बोर्ड, आदि में अपने पते में जिला ‘विन्ध्य धामÓ मीरजापुर उ.प्र. लिखकर शुरूआत भी कर दिये है। अब प्रयागराग और अयोध्या नामकरण के बाद इस माँग में अचानक तेजी आ गयी है। स्थानीय पण्डा पुरोहित, महन्त, साधु, विहिप आदि के नेता सक्रिय हो गये है। विश्व हिन्दू परिषद के रामचन्द्र शुक्ल और उदयभान तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के यहाँ आने पर उनसे यह माँग की जायेगी। देवी के मुख्य श्रृंगारिया शिवजी मिश्र पण्डा विन्ध्य धाम नाम रखने की माँग मुख्यमंत्री से की है।