अब मुस्लिम अदाकार फिरका परस्तों के निशाने पर आये

पटना : मोहम्मद शरीफ कुरेसी एडवोकेट पटना हाई कोर्ट ने प्रेस एलानिया के ज़रिये कहा है की मुल्क में अदम रवादारी का माहौल बनाने में बीजेपी, आरएसएस और उसके मावुन तंजीमें पूरी मुस्तैदी से कार फरमा हैं. इसके ऊपर हमारे वज़ीरे आजम की ख़ामोशी एक दिलचस्प मंज़र पेश करती है. वैसे तो पुरे मुल्क के मुसलमान वज़ीरे आज़म और उनके मंशा से पूरी तरह वाकिफ हैं, लेकिन 2014 के इलेक्शन में मुसलमान भी धोखा खा गए जिसका नतीजा हुआ के आरएसएस और उसकी जैली तंजीमें पुरे मुल्क में मुसलमानों के खिलाफ नफरत अंगेज़ फिजा बना रहे हैं और हर जगह मुसलमानों को झूठी-झूठी बातों पर बेवकूफ बनाया जा रहा है और हर जगह फसाद की फिजा हमवार जारी है.

फ़िल्मी अदाकारों को भी नहीं बख्शा जा रहा है जो अपने आप को मुसलमान कहने और कहलाने में भी शर्म महसुस करते थे. आज उन्हें मुसलमानों की तरह नाम रखने की वजह से मुल्क मुखालिफत सरगरमों में मौलुस और गद्दार कहा जा रहा है. पक्के मुसलमान की तो बात ही छोड़ दें. इस तरह मुल्क में मुसलमानों के ज़रिये कायम की गयी यूनिवार्सिटी और कॉलेजों पर भी उनकी नज़र बद लग गयी है। वो किसी भी तरह से न सिर्फ इस का अक्लियती किरदार ख़त्म करना चाहिए बल्कि उनकी मंशा है की उन अदारों में हिन्दू तल्बा और हिन्दू असातिजा इतना भर दिया जाय की उन अदारों के ज़रिये भी जो तालीम याफ्ता मुसलमान निकल रहे हैं वो भी न निकलें।

मुल्क चार पांच सूबों में जल्द ही एसेम्बली का इन्तिखाब होने जा रहा है जिसके लिए बीजेपी के पास तरक्की का कोई एजेंडा तो नहीं बस ले डे कर अदम रवादारी को हवा देना, फसाद कराना और नफरत की फिजा पैदा करना रह गया है ताकि हिन्दुओं का वोट एकतरफा उन्हें मिल सके.