अभी भी खौफ़ में जी रहे हैं रोहिंग्या मुसलमान, जान बचाकर छोड़ रहे हैं म्यांमार!

संयुक्त राष्ट्र संघ ने रिपोर्ट दी है कि म्यांमार के सैनिकों की भीषण हिंसा के कारण इस देश के राख़ीन प्रांत से रोहिंग्या मुसलमानों के भागने का क्रम अब भी जारी है।

म्यांमार के संबंध में संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष रिपोर्टर यांग ही ली ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि म्यांमार की सरकार बांग्लादेश से लाखों रोहिंग्या शरणार्थियों की वापसी की इच्छुक नहीं है और ताज़ा आंकड़ों से पता चलता है कि अन्य 15 हज़ार रोहिंग्या मुसलमान इस देश से फ़रार हो कर बाहर चले गए हैं।

उन्होंने बताया कि राख़ीन प्रांत में रोहिंग्या अल्प संख्यकों के गांव के गांव तबाह हो चुके हैं बल्कि इन गांवों को मिट्टी में मिला दिया गया है और अब उन्हें इस क्षेत्र के नक़्शे में भी नहीं देखा जा सकता।

संयुक्त राष्ट्र संघ के दस्तावेज़ों से पता चलता है कि म्यांमार के राख़ीन प्रांत में केवल दो लाख रोहिंग्या मुसलमान बाक़ी बचे हैं जो इधर उधर बिखरे हुए हैं। इन लोगों को भी म्यांमार की सेना और चरमपंथी बौद्धों की ओर से कड़ी यातनाएं दी जा रही हैं।

अगस्त 2017 से अब तक म्यांमार के राख़ीन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ सेना की कार्यवाहियों और चरमपंथी बौद्धों के हमलों में हज़ारों लोग हताहत व घायल हुए हैं। उस समय से लगभग सात लाख रोहिंग्या मुसलमान, म्यांमार से फ़रार हो कर बांग्लादेश में शरण ले चुके हैं।

साभार- ‘parstoday.com’