अमन-ओ-अमान से ही समाजी तरक़्क़ी

पुरअमन माहौल पर भी आम समाजी तरक़्क़ी का दार-ओ-मदार है। रियासती वज़ीर फैइनेंस -ओ-सिविल स्पलाईज़ अटाला राजिंदर ने ज़िला पुलिस हेडक्वार्टर अहाते में आँजहानी जान विल्सन यादगार थियटर में नेक्सलाइटस से मुतास्सिरा ख़ानदानों की माली इमदाद के दौरान इन ख़्यालात का इज़हार किया।

ज़िला में 1979 से अब तक नेक्सलाइटस के तशद्दुद आमेज़ सरगर्मीयों क़त्ल-ओ-ग़ारतगरी की वजह से 381 अफ़राद बिशमोल पुलिस मुलाज़िमीन की मौत होचकीहे। 23 मुतास्सिरा ख़ानदानों को फी कस पाँच लाख रुपये के हिसाब से लवाहिक़ीन को इमदाद की मंज़ूरी अमल में आई। 120 अफ़राद को माली इमदाद के लिए मकतूब रवाना किए गए थे इस तरह रियासत तेलंगाना में करीमनगर जैसे मुक़ाम पर है।