वाशिंगटन 26 दिसमबर (ए एफ़ पी) अमरीका और तालिबान के मुज़ाकरात अमन गुज़श्ता माह एक मुआहिदा के क़रीब पहुंच गए थे जिस के तहत ग्वांतानामो बे में क़ैद पाँच अफ़्ग़ानों को क़ुतर मुंतक़िल किया जाने वाला था। रोज़नामा वाशिंगटन पोस्ट की ख़बर के बमूजब लेकिन सदर अफ़्ग़ानिस्तान हामिद करज़ई ने इस मुआहिदा को मुस्तर्द करदिया।
इस मुआहिदा के तहत तालिबान बैन-उल-अक़वामी दहशतत गर्दी और अलक़ायदा से अपनेताल्लुक़ात तर्क करदेने वाले थी। वाशिंगटन पोस्ट नामालूम अमरीकी और योरोपी ओहदेदारों के हवाला से ख़बरदी कि फ़िलहाल ये कार्रवाई रोक दी गई है लेकिन इमकान है कि आइन्दा साल के अवाइल में तालिबान से मुज़ाकरात का एहया होगा।
रोज़नामा के बमूजब अमरीकी ओहदेदारों और मुल्ला उम्र के क़रीबी बाएतिमाद साथी अफ़्ग़ान तालिबान के तुय्यब आग़ा कीज़ेर क़ियादत एक वफ़द के साथ बातचीत के छः दौर के बाद दोनों फ़रीक़ैन मुआहिदा के क़रीब पहुंच गए थे जो करज़ई की मुख़ालिफ़त की बिना पर नाकाम होगया। ताहम उनमुज़ाकरात से अमरीका और मग़रिबी ममालिक के मौक़िफ़ में तबदीली का इज़हार होता है। तालिबान ने भी अपना मौक़िफ़ लचकदार बनाते हुए अमरीकी मुफ़ादात को निशाना ना बनाने का तीक़न दिया था।
लेकिन लम्हा आख़िर में सदर अफ़्ग़ानिस्तान हामिद करज़ई ने इस मुआहिदा को मुस्तर्द करदिया। अमरीका के लिए करज़ई की शख़्सियत इस लिए एहमीयत रखती है क्योंकि वो करज़ई की मुतबादिल अपनी हलीफ़ दूसरी शख़्सियत तलाश करने में ताहाल नाकाम है। दूसरी तरफ़ वो 2014-ए-के ख़तन तक बाइज़्ज़त तरीक़ा सेअफ़्ग़ानिस्तान से तख़लिया भी करना चाहता है जिस के लिए तालिबान के साथ इस के अमन मुआहिदे की सख़्त ज़रूरत है।