वाशिंगटन 10 जनवरी (यू एन आई) आलमी हरीफ़ों को ख़बरदार करते हुए कि आइन्दा दहाई में फ़ौजी अख़राजात में कमी के अमरीकी इरादों का ग़लत नतीजा ना अख़ज़ किया जाय क्योंकि इस के बावजूद अमरीका ही दुनिया की सब से बड़ी फ़ौजी ताक़त बरक़रार रहेगा। वज़ीर-ए-दिफ़ा अमरीका लीवन पनेटा ने ईरान के बारे में अमरीकी पालिसी का दिफ़ा करते हुए वाज़ेह तौर पर कहा कि ख़लीजी तेल की गुज़रगाह आबनाए हुर्मुज़ को बंद करने की ईरानी धमकी पर सख़्त मुक़फ़ इख़तियार किया जाएगा।
सी बी एस के फीसदी नेशन चैनल के साथ बातचीत के दौरान वज़ीर-ए-दिफ़ा अमरीका ने वाज़ेह किया कि ईरान को आबनाएहुर्मुज़ किसी तरह भी बंद करने की इजाज़त नहीं दी जाएगी और ऐसी कोई भी कार्रवाई अमरीका केलिए नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त होगी। लीवन पनेटा ने कहा कि आबनाए हुर्मुज़अमरीका के लिए इंतिहाई अहम आबी गुज़रगाह है और इस को बंद करने की किसी भी कोशिश का भरपूर जवाब दिया जाएगा।
सदर नशीन जवाइंट चीफ़स आफ़ स्टाफ़ जनरल मार्टिन डेम्पसी का भी इस प्रोग्राम में कहना था कि ईरान आबनाए हुर्मुज़ बंद करने के मौक़िफ़ में है, लेकिन अमरीका फ़ौरी कार्रवाई करके आबनाए हुर्मुज़ को दुबारा खोल देगा। जनरल मार्टिन डेम्पसी ने भी मुस्तक़बिल में अमरीकी फ़ौजी ताक़त को ही दुनिया की सब से बड़ी क़ुव्वत से ताबीर किया।
टेलीविज़न चैनल से इस बातचीत की वजह सदर अमरीका बारक ओबामा की जानिब से आइन्दा दहाई के दौरान अपने अरब हा डालर के बजट ख़सारे को कम करने के सिलसिले में 487 बिलीयन डालर के मुख़्तलिफ़ दिफ़ाई प्राजेक्टस ख़तम करने की तजवीज़ है। अभी इस तजवीज़ को कांग्रेस से मंज़ूरी हासिल नहीं हुई।
ओबामा इंतिज़ामीया का मंसूबा हैकि फ़ौज की अफ़रादी क़ुव्वत को भी कम करदिया जाय और बड़ी फ़ौज की जगह फ़ौजी और बहरीया के कमांडोज़ को फ़ौक़ियत देते हुए एक इंतिहाई सुबक रफ़्तार और परासर फ़ौज रखी जाय । उन्हों ने कहा कि ईरान मुसलसल हथियार साज़ी में सरमाया कारी कर रहा है और ये हथियार आबनाए हुर्मुज़ को बंद करने में भी इस्तिमाल किए जा सकते हैं। लेकिन आबनाए हुर्मुज़ को बंद करने की किसी भी ईरानी कोशिश को नाकाम बनादिया जाएगा।