अमरीका ने शाम पर हमले की तैयारी पूरी कर ली

सदर अमरीका बराक ओबामा ने आज कहा कि बैन-उल-अक़वामी बिरादरी सही सिम्त इख़तियार किए हुए और वो बरबरीयत की सूरत में ख़ामोशी इख़तियार नहीं कर सकती जबकि सदर रूस व्लादीमीर पुतीन ने अमरीका और इस के हलीफ़ों को शाम में यकतरफ़ा मुदाख़िलत के ख़िलाफ़ ख़बरदार किया है।

ओबामा ने स्टाकहोम में वज़ीर-ए-आज़म स्वीडन फ्रेडरिक रीनफ़ेल्ड के साथ मुशतर्का प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि उन्होंने शाम की सूरत-ए-हाल पर तबादला-ए-ख़्याल किया है और हम इस बात से इत्तिफ़ाक़ करते हैं कि बरबरीयत की सूरत में बैन-उल-अक़वामी बिरादरी ख़ामोश तमाशाई नहीं रह सकती। अगर हम इस का मोस्सर जवाब देने में नाकाम रहे तो फिर मज़ीद हमलों का जोखिम बढ़ जाएगा और दीगर ममालिक की जानिब से भी ऐसे हथियारों के इस्तिमाल के इमकानात पैदा होजाएंगे।

एक सवाल के जवाब में ओबामा ने कहा कि कीमीयाई हथियारों के इस्तिमाल के ख़िलाफ़ सुर्ख़ लकीर उन्होंने नहीं खींची है। उन्होंने कहा कि तमाम दुनिया की 98 फ़ीसद आबादी की नुमाइंदगी करनेवाली हुकूमतों ने मिल कर ये सुर्ख़ लकीर खींची और एक ऐसा मुआहिदा मंज़ूर किया जिस के तहत हालत जंग में भी ये कीमीयाई हथियार इस्तिमाल नहीं किए जा सकते। अमरीका ने इल्ज़ाम आइद किया कि बशार अल असद हुकूमत ने 21 अगस्त को आसाब शिकन सीरियन का इस्तिमाल किया है जिस में 1429 अफ़राद बशमोल 400 से ज़ाइद बच्चे हलाक हुए, लेकिन हुकूमत शाम ने इस इल्ज़ाम की तरदीद की है।

इस दौरान सदर रूस व्लादीमीर ने एक इंटरव्यू में कहा कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की मंज़ूरी के बगै़र कोई भी हमला जारहीयत होगा। उन्होंने कीमीयाई हथियारों के ज़रिये हमले के सबूत सलामती कौंसल को पेश करने पर भी ज़ोर दिया। पुतिन ने अपने मौक़िफ़ में तबदीली लाते हुए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल की क़रारदाद के ज़रिये ताक़त के इस्तिमाल की ताईद का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अगर बशार अल असद हुकूमत के ख़िलाफ़ कीमीयाई हथियारों के इस्तिमाल का सबूत मौजूद हो तो उसे सलामती कौंसल में पेश किया जाना चाहीए और वही ज़रूरी कार्रवाई की मजाज़ है।

इस दौरान अमरीकी कांग्रेस ने शाम पर हमला की क़रारदाद को मंज़ूरी दे दी, जिसमें अमरीका को ये इजाज़त दी गई कि वो 60 दिन यानी दो माह पर मुश्तमिल फ़ौजी कार्रवाई करे लेकिन ज़मीनी फ़ौज की ख़िदमात हासिल ना की जाये।

इस दौरान शाम ने कहा हीका अमरीकी ज़ेर-ए-क़ियादत फ़ौजी हमला का जवाब देने के लिए इस ने तैयारी पूरी करली है। शाम के नायब वज़ीर-ए-ख़ारिजा फ़ैसल मिक़दाद ने एक ख़ुसूसी इंटरव्यू में कहा कि इस हमले के ज़रिये अगर तीसरी आलमी जंग छिड़ जाती है तो हम इस का सामना करने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि तीसरी आलमी जंग छिड़ जाने के बावजूद शाम जवाबी कार्रवाई के लिए हर मुम्किन इक़दाम करेगा। उन्होंने बताया कि कोई भी शामी शहरी अपने मुल्क की आज़ादी को क़ुर्बान नहीं करसकता।

तजज़ियानिगारों का ये अंदेशा है कि नई लड़ाई की सूरत में शाम के हालात मज़ीद अबतर हो जाएंगे और इस के असरात पड़ोसी ममालिक जैसे लेबनान में भी महसूस किए जाऐंगे।