वज़ीरे आज़म नवाज़ शरीफ़ ने कहा है कि अमरीका पाकिस्तान का एक अहम इक़्तेसादी और तिजारती शराकतदार है और अमरीकी कारोबारी बिरादरी को पाकिस्तान में सरमायाकारी के मवाक़े से फ़ायदा उठाना चाहीए।
जुमेरात को इस्लामाबाद में पाक अमरीका बिज़नस फ़ोरम के शुरका के एज़ाज़ में दिए गए ज़ुहराने से ख़िताब करते हुए वज़ीरे आज़म का कहना था कि गुज़िश्ता साल पाकिस्तान की मजमूई मुल्की पैदावार की शरह में 4.26 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ और मुमताज़ बैनुल अक़वामी इशाअती और दर्जा बंदी के इदारों ने पाकिस्तान की इक़्तेसादी कारकर्दगी को सराहा है।
उनके बाक़ौल अमरीकी कंपनीयां पाकिस्तान में सरमाया कारी कर के काबिले ज़िक्र मुनाफ़ाकमा रही हैं और अमरीका की कारोबारी बिरादरी को पाकिस्तान में कारोबार दोस्त पालिसीयों और मवाक़े से फ़ायदा उठाना चाहीए।
जून 2013 में बरसरे इक़्तेदार आने के बाद वज़ीरे आज़म नवाज़ शरीफ़ ने मलिक की मईशत को अपने पांव पर खड़ा करने का अज़म ज़ाहिर करते हुए कहा था कि पाकिस्तान को बैरूनी सरमायाकारी के लिए पुरकशिश मुल्क बनाया जाएगा।