अमरीका में ग़रीबों की आबादी में होलनाक इज़ाफ़ा

वाशिंगटन 05 नवंबर (ए पी) अमरीकी ग़रीब तरीन अफ़राद की तादाद में हालिया अर्सा के दौरान रिकार्ड इज़ाफ़ा हुआ है और ऐसे अफ़राद हर 15 ग़रीबों में एक की निसबत से बढ़े हैं।

बिलख़सूस बड़े शहरों में ऐसे ग़रीब तरीन अफ़राद की तादाद में इज़ाफ़ा होरहा है जिस के नतीजा में रिहायशी मसाइल के सबब ये अफ़राद दूर दराज़ के मज़ाफ़ाती ग़रीब इलाक़ों में सुकूनत पज़ीर होने पर मजबूर होगए हैं। जिस के नतीजा में उन्हें रोज़गार से भी महरूम होना पड़ रहा है।

हाल ही में जारी आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ दुनिया के दौलतमंद और ताक़तवर मुल़्क की तस्वीर का एक नया रुख़ सामने आया है जहां दौलतमंद और ग़रीब तबकों के दरमयान तफ़ावुत में भारी इज़ाफ़ा हुआ है।

इलावा अज़ीं बेरोज़गारी की शरह भी एक नई बुलंदी पर पहूंच गई है आदाद-ओ-शुमार एक ऐसे वक़्त मंज़रे आम पर आए हैं जब अमरीकी हुकूमत ने अव्वलीन मआशी जायज़ा जारी करने का मंसूबा बनाया है।

आदाद से ज़ाहिर होता है कि हिसपानवी और उम्र रसीदा अफ़राद ग़रीबी से ज़्यादा मुतास्सिर हुए हैं।

लेकिन दीगर तबक़ात भी इस से ज़्यादा महफ़ूज़ नहीं रहे हैं बल्कि कोई ना कोई इसी तरह ग़रीबी की ज़द में आ
रहा है। हक़ीक़त में अगर देखा जाय तो अमरीका में ऐसा कोई भी ग्रुप नहीं है जो ग़रीबी से मुतास्सिर नहीं हुआ है हत्ता कि इन में बहुत ज़्यादा कमाने वाले अफ़राद भी शामिल हो हे हैं। इस बात का इन्किशाफ़ जान हापटनस यूनीवर्सिटी में इक़तिसादीयात के प्रोफ़ैसर राबर्ट मोफ़ट ने किया।