अमरीका , यूरोप पर हमले करने शाम के मुफ़्तीएआज़म की धमकी

बेरूत। 12 अक्तूबर (ए पी) सुन्नी मुस्लिम मुफ़्तीएआज़म ने अमरीका और योरोपी ममालिक के बिशमोल मग़रिबी ममालिक को धमकी दी कि अगर शाम में फ़ौजी मुदाख़िलत की गई तो उन पर जवाबी हमले किए जाएंगी। उन्हों ने कहा कि अगर उन के मलिक पर बम बरसाए गए तो अमरीका और यूरोप में भी इंतिक़ामी कार्रवाई करते हुए ख़ुदकुश बम धमाके किए जाएंगी। मुफ़्ती-ए-आज़म अहमद बदर उद्दीन हसन ने कहा कि मग़रिबी ममालिक अपनी नाआक़बत अंदेशों से बाज़ आजाऐं । मग़रिबी ममालिक सदर बशारालासद की हुकूमत के ख़िलाफ़ भी लीबिया तर्ज़ की फ़ौजी कार्रवाई करने की ख़ाहिश रखते हैं और उन के इरादे ना पाक हैं। शाम में बशारालासद की हुकूमत के ख़िलाफ़ गुज़श्ता सात माह से खूँरेज़ तहरीक चल रही है। नाटो के सरबराह ने गुज़श्ता हफ़्ता कहा था कि शाम में मुदाख़िलत करने का इत्तिहादी अफ़्वाज का कोई इरादा नहीं है। अगर इस तरह की मुदाख़िलत का इमकान है तो इस के भयानक नताइज बरामद होंगी। सरकारी ओहदेदारों ने कहा कि उन्हें पूरा यक़ीन है कि ऐसे वाक़ियात रौनुमा नहीं होंगी, क्योंकि कोई भी मशरिक़ वुसता को आग के शालों के सपुर्द नहीं करना चाहता। मुफ़्ती-ए-आज़म अहमद बदर उद्दीन जो सरकारी तौर पर मुक़र्रर आलम दीन और बशरालासद के हामी हैं , उन्हों ने कहा कि मैं अहल यूरोप को और अमरीका को ये बता देना चाहता हूँ कि अगर तुम ने शाम या लुबनान पर बम बरसाए तो तुम्हारे मुल्कों को भी ख़ुदकुश बम बर्दारों के ज़रीया तहस नहस करदिया जाएगा। अब से आँख का बदला आँख, ख़ून का बदला ख़ून लेते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।मुफ़्ती-ए-आज़म ने लुबनान से आने वाली ख़वातीन से ख़िताब करते हुए जो मुफ़्ती के फ़र्ज़ंद की इस माह के अवाइल में नामालूम बंदूक़ बर्दारों की हलाकत पर पुर्सा देने केलिए आई थीं, कहा कि अमरीका हमारे मुल्क पर हाथ ना डाली। मैं तुम लोगों से गुज़ारिश करता हूँ बल्कि ये इंतिबाह देता हूँ कि शाम से दूर ही रहीं। मशरिक़ वुसता में आए दिन मसाइल पैदा होरहे हैं।