अमरीकी सदर (राष्ट्रपती) बराक ओबामा और रूसी सदर (राष्ट्रपती) पूटिन ने नाटो सपलाई के मुतबादिल (वैकल्पिक) रूट को मुस्तहकम (मजबूत) करने पर इत्तिफ़ाक़ किया है। रूस ने इस मुआमले में मुकम्मल तआवुन (मदद) की यक़ीन दहानी भी कराई है। मैक्सीको में होने वाले जी 20 इजलास (मीटींग) के मौक़ा पर सदर (राष्ट्रपती) ओबामा और रूसी सदर (राष्ट्रपती) पोटीन की मुलाक़ात हुई जिस में अफ़्ग़ानिस्तान की तरक़्क़ी और अमन के लिए दोनों ममालिक (देशों) के दरमयान तआवुन (सहयोग) से काम करने का अज़म किया गया।
मुलाक़ात के बाद जारी आलामीया (विज्ञप्ती) में कहा गया है कि अलक़ायदा और तालिबान, अमरीका और रूस के दुश्मन हैं और दोनों ममालिक (देशों) को दहश्तगर्दी से ख़तरात लाहक़ हैं । जिन में शुमाली (उत्तरी) अफ़्रीक़ा, मशरिक़ वुसता (मध्य पूर्व ) , अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान से ताल्लुक़ रखने वाले दहश्तगर्द शामिल हैं। दोनों ममालिक (देशों) का नाटो मुतबादिल (वैकल्पिक) सपलाई रूट को मुस्तहकम (मजबूत) करने पर इत्तिफ़ाक़ भी किया गया और इस बात का भी अज़म किया गया कि मुतबादिल (वैकल्पिक) सपलाई लाईन के लिए रूस मदद करेगा।