फ़िज़ाईया की हमल-ओ-नक़ल सलाहियतों को एक नई जिहत अता करते हुए वज़ीर दिफ़ा ए के एंटोनी 12 सितंबर को 75 ता 80 टन के हामिल C-17 ट्रांसपोर्ट तय्यारा को रस्मी तौर पर इंडियन एयरफ़ोर्स में शामिल करेंगे। हिन्दुस्तानी फ़िज़ाईया के ओहदेदारों ने बताया कि अमरीका से एक मुआमलत के तहत ये तय्यारा हासिल किया जा रहा है।
नौ तशकील शूदा 81 एसको एड रन में ये मुआमलत 20 हज़ार करोड़ रुपये तक होने की तवक़्क़ो है। अमरीकी C-17 तय्यारा तकरीबन 80 टन साज़-ओ-सामान और तकरीबन 150 मुकम्मल तय्यार फ़ौजियों को ले जाने की सलाहियत का हामिल है। ये रूस के मौजूद I1-76 तय्यारा की जगह लेगा जो हिन्दुस्तानी फ़िज़ाईया में उस वक़्त सब से बड़ा ट्रांसपोर्ट तय्यारा है और उसकी गुंजाइश 40 टन है। आई ए एफ ने 2011में मुआमलत पर दस्तख़त के तहत 10 तय्यारों का आर्डर दिया है। इन में तीन पहले ही पहुंच चुके हैं। अमरीकी एयर फ़ोर्स आइन्दा साल के ख़त्म तक तमाम 10 तय्यारे फ़राहम करदेगा।