अमरीकी दिफ़ाई (रक्षा) बरामदात (एक्सपोर्ट) के क़वाइद में इस्लाहात (सुधार)

अमरीका ने कहा है कि उस की वज़ारत-ए-दिफ़ा (रक्षा मंत्रालय) पेन्टागान की तरफ़ से दिफ़ाई (रक्षा) बरामदात (एक्सपोर्ट) के क़वाइद-ओ-क़वानीन में इस्लाहात (सुधार) के पुर अज़म मंसूबा से ज़बरदस्त फ़ायदा उठाने वाले ममालिक (देश) में हिंदूस्तान भी शामिल है। अमरीकी वज़ीर-ए-दिफ़ाअ (रक्षा मंत्री) लीवन पनेटा ने कहा कि दिफ़ाई (रक्षा) तिजारत (व्यापर ) हमारे इंतिहाई अहल-ओ-बासलाहीयत हलीफ़ ममालिक (देश) के साथ तआवुन (मदद) को मज़ीद (और) मुस्तहकम बनाने के लिए दिफ़ाई (रक्षा) तिजारत (व्यापर ) एक अहम रास्ता है।

उन्हों ने मज़ीद (और) कहा कि बरामदात (एक्सपोर्ट) कंट्रोल निज़ाम (सिस्टम) में इस्लाहात (सुधार) से मुताल्लिक़ हमारा रवां अमल भी इस तआवुन (मदद) को मज़ीद (और) मुस्तहकम बनाने का एक अहम जुज़ु (टूल) है। उन्हों ने कहा कि मुआमलतों से तर्बीयत मशक़्क़तों और ताल्लुक़ात साज़ी के नए मवाक़े पैदा होंगे। मिस्टर पनेटा ने कहा कि इस से सनअती (औद्योगिक) बुनियाद को भी तक़वियत (बढावा) मिलेगी क्योंकि अंदाज़ा एक तिहाई सनअती (औद्योगिक) पैदावार दिफ़ाई (रक्षा) बरामदात (एक्सपोर्ट) पर मबनी है।

ये अमरीकी मुलाज़मतों के लिए इंतिहाई अहम है और मुस्तक़बिल में जदीद (आधुनिक) दिफ़ाई (रक्षा) सलाहीयतों में सरमाया कारी के लिए हमारी अहलीयत-ओ-सलाहीयत के लिए भी नुमायां एहमीयत की हामिल है। मिस्टर पनेटा गुजिश्ता रोज़ अमरीका के एक बाअसर मुज़ाकरा अमरीकी इदारा बराए अमन में लकचर दे रहे थे। मिस्टर पनेटा ने कहा कि हिंदूस्तान भी एक ऐसा ही मुल्क है जिस को हमारे निज़ाम (सिस्टम) में तबदीली का बहुत ज़्यादा फ़ायदा होगा।

उन्हों ने कहा कि इस माह के अवाइल (शुरुआत) के दौरान मैं ने एलान किया था कि मेरे नायब ईश कार्टर दिफ़ाई (रक्षा) तिजारत (व्यापर ) को फ़रोग़ देने के लिए अपने हिंदूस्तानी हम मंसब के साथ काम करेंगे। मिस्टर पनेटा ने कहा कि उन्हें इस बात का यक़ीन है कि रिवायती हलीफ़ों और नए साझीदारों के साथ दिफ़ाई (रक्षा) तआवुन (मदद) के फ़रोग़ के लिए बहुत कुछ कहा जा सकता है।

उन्हों ने कहा कि हम अमरीका फ़ैसला साज़ी के अमल को सादा, सरीअ उल-अमल और साझीदारों के लिए मज़ीद (और) क़ाबिल क़ियास बनाने के लिए काम कर रहे हैं, जिस का मतलब ये है कि साझीदारों की ज़रूरीयात को वक़्त से पहले ही मल्हूज़ (ध्यान में) रखा जाएगा।