लास ऐंजलस 25 दिसमबर (पी टी आई) अमरीकी मुस्लमानों के लिए क्रिसमिस का तेहवार भी ईद की जैसी ख़ुशीयां लेकर आता है । सांता क्लॉज़ और उन के रेनडियर का इस्तिक़बाल किया जाता है और नन्हा इमरान सब बातों से बेहद महज़ूज़ होता है । क्रिसमिस का दरख़्त भी होता है लेकिन हम क्या करें कि इस पर कोई फ़रिश्ता नहीं होता। साहिरा टराबीनड का कहना है कि वो मुस्लमान हैं लेकिन इस के बावजूद वो क्रिसमिस मनाते ज़रूर हैं मगर इस में मज़हबी अक़ीदत शामिल नहीं होती।
क्रिसमिस की छुट्टियां मिलने पर लोग एक दूसरे को मेरी क्रिसमिस के इलावा हैप्पी हॉलीडेज़ जैसी मुबारकबाद भी देते हैं। इस तरह अमरीकी मुस्लमान भी अमरीकी सक़ाफ़्त का हिस्सा बन जाते हैं। क्रिसमिस की तातीलात कितने मुस्लमान कितने ताम झाम से मनाए हैं। ये बात वाज़िहनहीं है लेकिन ये ज़रूर वाज़िह है कि अमरीकी मुस्लमान क्रिसमिस को बतौर तहवार नहीं बल्कि बतौर अमरीकी सक़ाफ़्त, मनाते हैं।