अमरीकी यूनीवर्सिटीयों को हिंदूस्तान में इदारे खोलने की पेशकश

वाशिंगटन । 13 अक्तूबर । ( पी टी आई ) ऐसे वक़्त जबकि आला सतह की अव्वलीन इंडो । यू ऐस एजूकेशन सिमट की शुरूआत होरही है , हिंदूस्तान ने आज ज़ोर दिया कि मशहूर अमरीकी यूनीवर्सिटीयों को हिंदूस्तान तक रसाई हासिल करना चाहीए जबकि दौराकनिनदा मर्कज़ी वज़ीर कपिल सिब्बल ने कहाकि ऐसे माहदात से ऊंचे मआशी फ़वाइद हासिल होंगे । आला तालीम के अमरीकी इदारों केलिए हिंदूस्तान में इस तरह के इदारा जात के साथ शराकतदारी केलिए मज़बूत केस पेश करते हुए हिंदूस्तानी वज़ीर बराए फ़रोग़ इंसानी वसाइल ने कहा कि अब वक़्त आ पहुंचा है कि आला तालीम के अमरीकी इदारे इस हक़ीक़त को जान ले कि तालीम में आगे बढ़ने का रास्ता हिंदूस्तान तक रसाई , हिंदूस्तानी इदारों के साथ इश्तिराक और वहां अपने इदारे क़ायम करते हुए अवाम तक पहुंचने में मुज़म्मिर है । उन्हों ने ताहम मज़ीद कहा कि हिंदूस्तान भी अमरीकी यूनीवर्सिटीयों केलिए माहौल साज़गार बनाते हुए मुल्क में अपने इदारे क़ायम करने का ख़ाहां है । 13 अक्टूबर को दिन भर तवील एजूकेशन सिमट की सिब्बल और सैक्रेटरी आफ़ स्टेट हलारी क्लिन्टन मुशतर्का सदारत करेंगे और इस में आला तालीमी इदारों , हुकूमत और ख़ानगी शोबे के ज़ाइद अज़ 300 मंदूबीन शरीक होंगे । सिब्बल ने निशानदेही की कि हिंदूस्तानी तालीमी शोबे में सरमाया कारी अमरीका केलिए मआशी फ़ायदा की चीज़ होगी क्योंकि हिंदूस्तान में सरमाया पर हासिल होने वाला फ़ायदा किसी भी दीगर मलिक के मुक़ाबिल काफ़ी ज़्यादा है ।