अमरीकी रिएक्टर सरबराह कुनुन्दगान को क़ीमत में मुसाबक़त का ख़्याल रखना चाहिए

वाशिंगटन: अमरीकी ऐटमी रिएक्ट सरबराह कुनुन्दगान को क़ीमत में मुसाबक़त का ख़्याल रखना चाहिए जबकि वो मुल्तान में बर्क़ी तवानाई प्लांटस तारीख़ी सियोल न्यूक्लीयर मुआहिदे के तहत क़ायम करें। एक आला सतही हिन्दुस्तानी सिफ़ारतकार ने इन अंदेशों का अज़ाला करते हुए कि 1500 करोड़ रुपये इंशोरंस के प्रोग्राम की पेशरफ़त में रुकावटें पैदा होरही हैं, नायब सफ़ीर बराए अमरीका तरन जीत सिंह संधू ने आज कहा कि अमरीकी कंपनीयों को ये ज़हन नशीन रखना चाहिए कि न्यूक्लीयर बर्क़ी तवानाई के शोबे में क़ीमत के सिलसिले में मुसाबक़त जारी है।

चुनांचे मुतबादिल वसाइल भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं। मुस्तक़बिल में हिन्दुस्तान अपनी क़ाबिल तजदीद तवानाई शोबा में तौसीअ करेगा। न्यूक्लीयर बर्क़ी तवानाई की खूबियां लागत के सिलसिले में इक़दामात होंगे ताकि सारिफ़ीन को इस केलिए कम अदायगी करना पड़े। उन्होंने कल अमरीकी कांग्रेस के एक इजलास में हिंद । अमरीका न्यूक्लीयर तवानाई तिजारत के बारे में इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि अमरीकी कंपनीयों को मुक़ामी और नरम शराइत पर क़र्ज़ की दस्तयाबी को भी ज़हन नशीन रखना होगा ताकि वो हिन्दुस्तान की बर्क़ी तवानाई मंडी में मुसाबक़त करसकें। उन्होंने कहा कि हालाँकि अमरीका । हिन्दुस्तान सियासी कार्रवाई कमेटी मुनज़्ज़म है लेकिन न्यूक्लीयर तवानाई के शोबे में क़ीमत केलिए मुसाबक़त को भी पेशे नज़र रखना ज़रूरी है।