फ़लस्तीन में इसराईली जारिहाना फ़ौजी कार्रवाई, बरबरीयत और बेक़सूर फ़लस्तीनी अवाम की नसल कुशी के ख़िलाफ़ एक ज़बरदस्त एहतेजाजी जुलूस शहर ऑकलैंड में निकाला गया, जो अमरीकी सिफ़ारत ख़ाना बराए न्यूज़ीलैंड के रूबरू जल्से आम में तब्दील हो गया।
एहतेजाजी जलूस और जल्से आम में शरीक अवाम की तादाद इतनी ज़्यादा थी कि अमरीकी सिफ़ारत ख़ाना जाने वाली शाहराह कोइन्स स्ट्रीट रोड से कस्टम रोड तक सरों का समंदर नज़र आ रहा था।
जुलूसी इसराईल बेगुनाहों का क़त्ले आम बंद करे, फ़लस्तीन को आज़ाद करे और ये जंग नहीं नसल कुशी है के नारे लगा रहे थे और इन ही नारों पर मुश्तमिल प्ले कार्ड्स उठाए हुए थे।
ग्रीन पार्टी (बायां बाज़ू) के न्यूज़ीलैंड के रुक्न पार्लीयामेंट कैनेडी ए ग्राहम्स की ज़ेरे क़ियादत इस एहतेजाजी जुलूस में मुख़्तलिफ़ मज़ाहिब के पैरू और न्यूज़ीलैंड में मुक़ीम हिंदुस्तान, पाकिस्तान, फ़लस्तीन, मराक़श और दीगर ममालिक से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद बिला लिहाज़ मज़हबो मिल्लत, रंगो नसल और वतनियत और क़ौमियत शरीक होकर इंसानियत दोस्ती का सबूत दे रहे थे।
जुलूस में ख़्वातीन और बच्चों की कसीर तादाद शरीक थी। न्यूज़ीलैंड के मुसलमान भी कसीर तादाद और हालते रोज़ा में जुलूस और जल्सा में शिरकत करके फ़लस्तीनी मुसलमानों के साथ यकजहती का सबूत दे रहे थे।