अमरीकी स्पैशल फ़ोर्सस हिंदूस्तान समेत 5 जुनूबी एशियाई ममालिक में मौजूद

अमरीकी स्पैशल फ़ोर्सस की टीमें मौजूदा तौर पर पाँच जुनूबी एशियाई ममालिक बिशमुल हिंदूस्तान में तैनात हैं जो इन अक़्वाम के साथ इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी तआवुन का हिस्सा है, पेनटागन के एक आला कमांडर ने ये बात कही। एडमीरल राबर्ट विलार्ड इन्किशाफ़ किया है कि अमरीकी फ़ोर्सेस हिंदूस्तान, नेपाल, बंगला देश, श्रीलंका और मालदीप में मौजूद हैं। गुज़श्ता महीनों अमरीका ने हिंदूस्तानी इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी के माहिरीन की तर्बीयत की ।

इन का कहना था कि लश्कर-ए-तुयेबा ख़तरनाक तंज़ीम और अहम ख़तरा है , जिसे कुचलने केलिए हिंदूस्तान समेत दिगर ममालिक की मदद कर रहे हैं, माह जुलाई में हिंदूस्तान के साथ इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी तआवुनअमरीका के लिए सब से अहम तर्जीह रहा। अमरीकी पैसिफिक कमांडर ने कहा कि हिंदूस्तान में इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी तआवुन केलिए इन टीमों को तैनात किया गया है। हम हिंदूस्तान के साथ इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी और खासतौर पर समुंद्री इलाक़े के हवाले से काम कर रहे हैं।

ना सिर्फ दिफ़ाई शोबों में बल्कि दीगर इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी और इंसिदाद बग़ावत समेत अंदरूनी चैलेंजों से निमटने केलिए हुकूमती सतह पर तआवुन कर रहे हैं। उन्हों ने कहा कि दोनों ममालिक क़ज़्ज़ाक़ी,किसी भी नागहानी सूरत-ए-हाल से निमटने ,मुसल्लह फ़ोर्सस की तर्बीयत और मुशतर्का मश्क़ें कर रहे हैं।उन्हों ने कहा कि लश्कर-ए-तुयेबा हिंदूस्तान में कई हमलों में मुलव्विस रही है जिन में मुंबई हमले भी शामिल हैं। अलक़ायदा से मरबूत लश्कर-ए-तुयेबा का हेडक्वार्टर पाकिस्तान में है।