अमर सिंह और 2 साबिक़ बी जे पी एम पी को जेल

नोट बराए वोट अस्क़ाम में ज़मानत देने से अदालत का इनकार, यू पी ए हुकूमत पर अप्पोज़ीशन की तन्क़ीद
नई दिल्ली । 6 । सितंबर (पी टी आई) रुकन पार्लीमैंट अमर सिंह को आज गिरफ़्तार कर के तिहाड़ जेल भेज दिया गया। नोट बराए वोट अस्क़ाम को सनसनीखेज़ मोड़ देते हुए पुलिस ने आला सतह के सियासतदां अमर सिंह को बिलआख़िर जेल में डाल दिया है। इस मसला पर तीन साल क़बल पार्लीमैंट में ज़बरदस्त हंगामा हुआ था। इन की गिरफ़्तारी के ऐलान के साथ ही वो ड्रामाई तौर पर वो मुक़ामी अदालत में हाज़िर हुए और दावा किया कि वो अलील हैं, उन्हें ज़मानत दी जाएं। 55 साला अमर सिंह को अदालत ने ज़मानत देने से इनकार किया। इस के बाद उन्हें गिरफ़्तार किया गया और ख़ुसूसी जज संगीता धिंग्रा सहगल ने उन्हें इस केस में 14 दिन के लिए अदालत में देदिया गया। दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट की नाराज़गी के बाद उन पर चार्च शीट आइद की थी। अदालत ने बी जे पी के साबिक़ अरकान-ए-पार्लीमैंट फ़िगन सिंह कोला सटे और महावीर सिंह भूगृह की दरख़ास्त ज़मानत को भी मुस्तर्द करदिया , जो अदालत के सुमन के जवाब में हाज़िर अदालत हुए थे, उन पर इल्ज़ाम है कि उन्हों ने हुकूमत की तहरीक एतिमाद के हक़ में वोट देने के लिए अरकान-ए-पार्लीमैंट को रिश्वत देने की कोशिश की थी। न्यूक्लीयर मुआहिदा पर हुकूमत की ताईद वापिस लेने बाएं बाज़ू पार्टीयों के फ़ैसला के बाद तहरीक एतिमाद पेश की गई थी। बी जे पी लीडर ईल के अडवानी के साबिक़ मददगार सुधींद्र कुलकर्णी पर इस केस में चार्च शीट पेश किया गया है लेकिन वो अदालत में हाज़िर नहीं होसके। अप्पोज़ीशन पार्टीयों बिशमोल बी जे पी ने यू पी ए हुकूमत पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि इस अस्क़ाम में सब से ज़्यादा फ़ायदा उठाने वाली यू पी ए हुकूमत ही है, अमर सिंह का रोल नहीं है। तिहाड़ जेल में इस वक़्त पाँच अरकान-ए-पार्लीमैंट महरूस हैं।
रिश्वत लेने वाले सियासतदानों को फांसी दी जाय
पैसे लेकर वोट देने वाले अरकान-ए-पार्लीमैंट-ओ-असैंबली को सख़्त सज़ा देना वक़्त का तक़ाज़ा : अना हज़ारे
रीलीगन सिद्धि । 6 । सितंबर (पी टी आई) नोट बराए वोट अस्क़ाम के तनाज़ुर में इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए अना हज़ारे ने आज मुतालिबा किया कि नोट लेकर वोट लेने वाले अरकान-ए-पार्लीमैंट या अरकान असैंबली को फांसी पर लटकाया जाना चाहीए । रिश्वत के ख़िलाफ़ अपनी मुहिम में शिद्दत लाते हुए अना हज़ारे ने कहा कहा विधान सभा या पार्लीमैंट में कोई उम्मीदवार सवाल उठाने या वोट देने के लिए पैसे लेता या देता है तो ऐसे अफ़राद को सख़्त से सख़्त सज़ा दी जानी चाहीए । दरहक़ीक़त में ऐसे लोगों को फांसी पर लटकाने का मुतालिबा करता हूँ। अना हज़ारे ने आला सतह के सियासतदां अमर सिंह की गिरफ़्तारी के फ़ौरी बाद ये रेमार्क किया जो 2008 -ए-के नोट बराए वोट अस्क़ाम मैं तिहाड़ जेल भेज दीए गए हैं। 74 साला गानधयाई क़ाइद ने बद उनवान अरकान-ए-पार्लीमैंट और असैंबली को सख़्त सज़ा देने के लिए मज़बूत क़वानीन की ज़रूरत है। जो क़ाइदीन ऐवान में अपने फ़राइज़ की अदायगी के वक़्त अवामी मुफ़ादात में काम करने के बजाय पैसे लेकर सवाल उठाते हुए या वोट देने के लिए रक़म लेते हूँ तो उन्हें फांसी दी जानी चाहीए । अमर सिंह और दीगर बी जे पी क़ाइदीन की गिरफ़्तारी पर हज़ारे ने कहा कि बाअज़ मुफ़ाद हा सिला अफ़राद जमहूरीयत के मुक़द्दस मुक़ाम में दाख़िल होगए हैं। अगर मर्कज़ी हुकूमत दियानतदारी से इस मुआमला की जांच किराए तो सही तस्वीर सामने आएगी। अना हज़ारे ने आर ऐस ऐस जैसी तंज़ीमों से अपनी वाबस्तगी से इनकार किया