बीजेपी के मौजूदा सदर अमित शाह का फिर से पार्टी सदर बनना लगभग तय माना जा रहा है, हालांकि ऐसा होते ही पार्टी और सरकार में कुछ बदलावों की उम्मीद है। खबरों के मुताबिक, कैबिनेट में भी बदलाव होने की उम्मीद है।
इस साल पांच कई सूबों में इलेक्शन होने है, इसके चलते पीएम नरेंद्र मोदी हुकूमत के कामकाज को लोगों तक पहुंचाने में लगे रहेंगे और अपनी सरकार के लिए नए चेहरों की तलाश में हैं। हालांकि चार खास मिनिस्ट्री – गृह, वित्त, रक्षा और विदेश में कोई बदलाव की उम्मीद नहीं है।
कहा जा रहा है कि बिहार चुनाव में मिली हार के बाद पीएम मोदी सूबे से मंत्रियों की तादाद कम कर सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि कुछ मंत्रियों के डिपार्टमंट में रद्दोबदल किया जा सकता है। खबरों की मानें तो यह सब बदलाव अमित शाह के चुने जाने के बाद ही किए जाएंगे।
शाह का चुनाव सभी के राज़ी से होने की उम्मीद है। पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि जिस प्रकार से उन्होंने काम किया है, सभी चाहते हैं कि वे फिर से सदर बनें। खबरों के मुताबिक साल 2019 के चुनाव तक भाजपा की कमान मौजूदा सदर अमित शाह के ही हाथ में रहेगी।
अमित शाह फिलहाल राजनाथ सिंह के तीन साल के सदर के कार्यकाल को संभाल रहे हैं। यह कार्यकाल 23 जनवरी को पूरा हो रहा है। इस महीने के आखिर में भाजपा सदर का चुनाव होना है। जनवरी तक 18 सूबों में चुनाव पूरे हो जाएंगे और कौमी सदर के चुनाव का रास्ता भी साफ हो जाएगा।
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