अमीत शाह इंतिख़ाबी बयान से दस्तबरदार फैसला बी जे पी के सपुर्द

आइन्दा असैंबली चुनाव‌ में मुक़ाबला करने के अपने ऐलान से फ़ौरी दसतबरदारी इख़तियार करते हुए रियासत गुजरात के साबिक़ वज़ीर दाख़िला अमीत शाह ने कहाकि उन के बयान को ज़राए इबलाग़ ने तोड़ मरोड़ कर पेश किया है।उन्हों ने कहा कि ये बी जे पी की ज़िम्मेदारी है कि वो उन्हें टिकट देने का फैसला करती है यह नहीं।

अमीत शाह ने जो बी जे पी के रुकन असैंबली और चीफ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी के करीबी साथी हैं सुहराब अलुद्दीन शेख और तुलसी प्रजापति फ़र्ज़ी एनकाउंटरस मुक़द्दमात के मुल्ज़िम हैं और फ़िलहाल ज़मानत पर रिहा हैं। क़बल अज़ीं एक प्रेस कान्फ़्रैंस के दौरान उन्हों ने कहा था कि वो ना सिर्फ आइन्दा असैंबली चुनाव‌ में मुक़ाबला करेंगे बल्कि इस बार आरामदेह अक्सरियत के साथ कामयाबी भी हासिल करेंगे।

पिछ्ले मर्तबा उन्हें सरखेज असैंबली नशिस्त से ढाई लाख वोटों की अक्सरियत से कामयाबी हासिल हुई थी। अब इंतिख़ाबी हलक़ों की अज़ सर-ए-नौ हदबंदी करदी गई है ।