अमीना ग़ुरीब फ़ाकिम मॉरीशस की पहली ख़ातून सदर

हुकूमत मॉरीशस ने आज अमीना ग़ुरीब फ़ाकिम को आज जज़ीरी मुल्क का पहला ख़ातून सदर नामज़द किया है और इस तरह अमीना इस मुल्क में सदारत के जलीलुल क़दर ओहदा पर फ़ाइज़ होने वाली पहली ख़ातून बन जाएंगी।

अमीना बैनुल अक़वामी सतह पर एक नामवर साईंसदाँ और ब्यालोजिस्ट हैं। पार्लीयामेंट की मंज़ूरी के बाद सदर के ओहदा पर उन की तक़र्रुरी का आज बाक़ायदा ऐलान किया जाएगा।

सब से ख़ुश आइंद बात ये है कि अपोज़ीशन ने भी उन की ताईद करने का फ़ैसला किया है और इस तरह वोटिंग अब महज़ एक रस्मी अमल बन कर रह गई है। तवक़्क़ो है कि जुमा को वो अपने ओहदा का जायज़ा हासिल करेंगी।

56 साला अमीना ग़ुरीब फ़ाकिम जज़ीरी मुल्क की पहली ख़ातून सदर होंगी जिस ने 1968 में बर्तानिया से आज़ादी हासिल की थी। साबिक़ सदर कैलाश प्रयाग भी जुमा के रोज़ ही अपने ओहदा से सुबुकदोश होंगे जिन्हों ने 2012 में सदर की हैसियत से अपने फ़राइज़ अंजाम दिए।