अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को लेकर मोदी सरकार कर रही है पक्षपात- सिद्धू

अमृतसर। पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने नागरिक उड्डयन नीति के मामले में राज्य के साथ भेद-भाव करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार दिल्ली हवाईअड्डे को बढ़ावा देने के लिए लगातार अमृतसर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ पक्षपात कर रही है।

यहां पंजाब भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सिद्धू ने कहा कि अमृतसर शहर सिख संप्रदाय के लोगों के लिए सांस्कृतिक महत्त्व रखता है। उन्होंने कहा कि यह शहर न केवल विदेश में बसे पंजाबियों के लिए महत्त्वपूर्ण है बल्कि विदेशी पर्यटकों और स्वर्ण मंदिर के दर्शन करने वाले लोगों के लिए भी महत्त्वपूर्ण है।

2005 में दिल्ली-अमृतसर-बर्मिंघम-टोरंटो उड़ान शुरू होने के बाद अमृतसर हवाईअड्डे पर ऑक्युपेंसी 92 प्रतिशत हुआ करती थी। सिद्धूु ने कहा कि दिल्ली हवाईअड्डे के निजीकरण के बाद इस उड़ान का मार्ग बदल दिया गया, जिससे अंतर्राष्ट्रीय यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में खासी कमी आई।

सिद्धू ने जोर देकर कहा कि देश में दिल्ली एकमात्र ऐसा हवाईअड्डा है जो उड़ान के आगमन और प्रस्थान दोनों के लिए प्रति यात्री दोगुना यूजर डिवैलपमैंट फीस (यूडीएफ) ले रहा है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद एयर इंडिया और अंतर्राष्ट्रीय विमानन कंपनियां दिल्ली से ही अधिकतम विमानों का परिचालन कर रही हैं।