पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधायक पद से इस्तीफा दे चुके एचएस फुल्का ने एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अपनी बात को सही साबित करने के लिए हो सकता है कि अमृतसर में बम धमाका सेनाध्यक्ष विपिन रावत ने करवाया हो।
उन्होंने कहा, ‘सेनाध्यक्ष विपिन रावत पंजाब में आकर बोल गए थे कि राज्य पर आतंकी हमले का खतरा है. हो सकता है कि उन्होंने ही अपने लोगों से ब्लास्ट करवाया हो ताकि उनका बयान गलत साबित ना हो।’
कांग्रेस ने फुल्का के इस बयान पर उन्हें जम कर घेरा है। पंजाब कांग्रेस के प्रवक्ता ने राजकुमार वेरका ने फुल्का की अलोचना करते हुए कहा कि आर्मी चीफ और सैनिक हमारी शान हैं और उन्होंने इस तरह का बयान ने देश की सेना का अपना किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि इस बम धमाके के बाद पंजाब पुलिस ने रविवार को कहा कि अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में एक धार्मिक समागम में हुआ हमला ‘आतंकी कृत्य’ प्रतीत होता है। पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने कहा, ‘इसमें (इस घटना में) आतंक का एक पहलू दिख रहा है क्योंकि यह एक समूह (लोगों के) के खिलाफ है, न कि किसी एक व्यक्ति के। लोगों के समूह पर ग्रेनेड फेंकने का कोई कारण नहीं है, इसलिए हम इसे एक आतंकी हरकत के तौर लेंगे। साबित होने तक हम प्रथम ²ष्टया इसे इसी रूप में लेंगे।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि निरंकारी भवन में किसी संभावित हमले को लेकर कोई खास खुफिया जानकारी नहीं थी। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई है और कम से कम 10 लोग घायल हुये हैं। यह हमला अमृतसर में राजासांसी के अदलीवाल गांव में स्थित निरंकारी भवन में हुआ। यह इलाका अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के निकट है। हमले के समय वहां निरंकारी पंथ का धार्मिक समागम चल रहा था।
उस वक्त वहां करीब 200 श्रद्धालु मौजूद थे। वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। उन्होंने कहा, ‘हमने राहत एवं बचाव अभियान शुरू किया है।’ हमले के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कानून व्यवस्था की समीक्षा की और राज्य के गृह सचिव, डीजीपी (कानून व्यवस्था) और डीजी खुफिया को राजासांसी रवाना होने का निर्देश दिया।