अमृतसर रेल हादसा, पंजाब में कल राजकीय शोक, अब तक 60 की मौत

अमृतसरः (बॉबी) पंजाब के अमृतसर में आज दशहरा देख रहे लगभग 58 से अधिक लोगों की रेलगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई। अमृतसर में धोवी घाट के नजदीक जोड़ा फाटक के पास लोग रेलवे लाईन पर खड़े हो कर रावण दहन देख रहे थे। इसी दौरान अमृतसर से दिल्ली के लिए रवाना हुई हावड़ा और जालंधर से अमृतसर को आ रही डीएमयू रेलगाड़ियां आ गई। घटना के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की मदद और घायलों को प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में में मुफ्त इलाज का ऐलान किया है। दर्दनाक हादसे को लेकर पंजाब सरकार ने राजकीय शोक की घोषणा की है। सरकार की ओर से जारी आदेशानुसार शनिवार को शिक्षण संस्थानों सहित सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।

अमृतसर ट्रेन दुर्घटना: हेल्पलाइन नंबर

  • BSNL- 0183-2223171
  • BSNL- 0183-2564485
  • BSNL- 0183-2440024
  • BSNL- 0183-2402927

बताया जा रहा है कि रावण दहन दौरान चल रहे फटाकों की आवाज के कारण लोगों को रेलगाड़ी आने का पता नहीं चला जिसके कारण लगभग 50 से अधिक लोगों की कटने से घटना स्थल पर ही मौत हो गई तथा दर्जनों लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शी बहुजन समाज पार्टी के नेता तरसेम सिंह भोला ने बताया कि रेल लाईनों पर सैंकड़ो लोग खड़े थे जो रेलगाड़ी की चपेट में आए हैं।

उन्होने बताया कि घटना के समय रेलवे फाटक भी खुला हुआ था। रेलगाड़ी धड़ाधड़ गुजर गई। उन्होने बताया कि मरने वालों की संख्या काफी अधिक हो सकती है।  पुलिस तथा जिला प्रशासन ने घटना स्थल पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

घायलों को ब्लड की जरूरत
वहीं रेल हादसे में घायल हुए लोगों को गुरु नानक अस्पताल, सिविल अस्पताल, श्री गुरु रामदास अस्पताल सहित कई निजी अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। लोगों से आग्रह है कि वे अस्पताल में घायलों को रक्तदान कर सकते हैं।

घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक, ट्रेन की स्पीड बहुत ज्यादा थी, जबकि भीड़भाड़ वाले इलाके को देखते हुए इसकी रफ्तार कम होनी चाहिए। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है। फिलहाल घटनास्थल पर लोग पहुंचकर अपनों की तलाश कर रहे हैं।