वाशिंगटन 17 जनवरी: अमेरिकि सदर बारक ओबामा ने इस अह्द का इज़हार किया कि वो अंदरून-ए-मुल्क और बैरून-ए-मुल्क भी मज़हबी अक़लियतों का तहफ़्फ़ुज़ करेंगे। इस दौरान अमेरिका के एक आला ओहदेदार ने इस ख़्याल का इज़हार किया कि हिन्दुस्तान में मुसलमानों और बंगला देश-ओ-पाकिस्तान में हिन्दुवों को ख़तरात का सामना है।
ओबामा ने 16 जनवरी 2016 को यौम मज़हबी आज़ादी मनाने का एलान करते हुए कहा कि हम मज़हबी आम्मा दी का अज़म रखते हैं और इस के नतीजे में मज़हबी अमल की आज़ादी हासिल हुई है। एसे इन उसूलों पर ख़ुद ही अमल नहीं हो सकता। उसके बरख़िलाफ़ उन्हें हर नसल की तरफ से उनके तहफ़्फ़ुज़ और उन पर अमल आवरी के लिए अज़म की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि ये काम बहुत एहमीयत का हामिल है। खासतौर पर ये इत्तेलाआत मिल रही हैं कि इबादतगाहों को हमलों का निशाना बनाया जा रहा है। बच्चों और बड़ों को महिज़ इस लिए तशद्दुद का निशाना बनाया जा रहा है क्युं कि वो एक मख़सूस मज़हब से ताल्लुक़ रखते हैं।
ऐसे हमलों और तशद्दुद में इज़ाफ़ा हो गया है। ओबामा ने अपनी तक़रीर में हालाँकि किसी मुल्क का हवाला नहीं दिया है कहा कि उनका इंतेज़ामीया सारी दुनिया में मज़हबी आम्मा दी को फ़रोग़ देने के लिए काम करता है।