अमेरिका में काम करने वाले 70 हजार भारतीयों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। ट्रंप प्रशासन द्वारा अमेरिका की संघीय कोर्ट को दी जानकारी में यह बात सामने आई। ट्रंप प्रशासन ने कोर्ट को बताया है कि एच-4 वीजा की कुछ श्रेणियों के वर्क परमिट को खत्म करने की प्रक्रिया के आखिरी दौर में है। नए नियमों का औपचारिक आदेश जून में जारी हो सकता है।
एच-1 बी वीजा धारकों के पति या पत्नी को काम करने के लिए एच-4 वीजा जारी किया जाता है। फिलहाल, इस वीजा पर काम करने वाले 93 फीसदी लोग भारतीय हैं। ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का असर 70 हजार भारतीयों पर पड़ने की संभावना है।
अमेरिका के आंतरिक सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने संघीय अदालत को बताया कि प्रस्तावित नियम मंजूरी के अंतिम चरण में है। ट्रंप प्रशासन ने कोर्ट से कहा कि एक बार प्रस्ताव पर डीएचएस के माध्यम से मंजूरी मिल जाए तो इसे नियामकीय एवं नियोजन समीक्षा के कार्यकारी आदेश के तहत समीक्षा के लिए प्रबंधन एवं बजट कार्यालय को भेजा जाएगा।
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने कार्यकाल के दौरान एच-1 बी वीजाधारक के जीवनसाथी को कानूनी तौर पर काम करने की अनुमति दी थी। लेकिन ट्रंप प्रशासन इस नियम को समाप्त करने की तैयारी में है।
पिछले हफ्ते भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल के नेतृत्व में रिपब्लिकन एवं डेमोक्रेटिक पार्टी के 130 सांसदों ने इस फैसले पर चिंता जताई थी।
इन लोगों ने ट्रंप प्रशासन से अपील कि है वह एच-1 बी वीजाधारक अप्रवासी कर्मचारियों के जीवनसाथी के लिए वर्क परमिट (कार्य करने की अनुमति) देना जारी रखें। ऐसा उन मामलों में करने के लिए कहा गया है, जिनमें अप्रवासी कर्मचारियों पर उनके जीवनसाथी निर्भर हैं।