गौरतलब है कि इतिहास के मुताबिक 1492 में कोलंबस ने अमेरिका की जमीन पर कदम रखे थे, जब वह भारत के लिए एक नए समुद्री रस्ते की तलाश कर रहा था। तारीख की किताबों में हमें बताया जाता है की अमेरिका की खोज कोलंबस ने की थी जो की झूट है ऐसा दावा किया है सऊदी फिल्म मेकर खालिद अबु अल खैर, उनका कहना है की कोलंबस से पहले बहुत से लोग अमेरिका जाते रहे हैं इसके तारीखी दस्तावेज़ भी हैं
डॉक्टर खालिद जो की पॉलिटिकल मिडिया में पी एच डी कर चुके हैं और ताइबा यूनिवर्सिटी में पढ़ाती हैं अमेरिका की खोज के सिलसिले में 18 महीने पहले उन्होंने अमेरिका महादीप के कई मुल्क़ों में जाके सच्चाई जानने की कोशिश की. उन्होंने अपने सफर में पाया की पुरानी और मशहूर कहावतों और साथ ही तारीखी दस्तावेज़ उन्हें मिलें हैं की मुस्लिम अमेरिका में कोलंबस के आने से पहले पहुँच चुके थे.
सऊदी गजट से बातचीत में खालिद ने कहा की अमेरिका में पहला कौन था इसे जानने में तनाज़ा लम्बा है, उन्होंने डाक्यूमेंट्री फिल्म बनायी है जिसमें उन्होंने पाया की कुछ सुबूत है की 16000 साल पहले इंसान अमेरिका में पहुंचे हैं कुछ इशारे हैं आयरिश पहले आये हैं कुछ जापानी के पहुँचने की बात कह रहे हैं इसके इशारे भी मिले हैं की अफ्रीकन और चीनी सबसे पहले आये, लेकिन मैंने स्पेन के मुस्लिम हुकूमत जिसको की अंदलुस कहा जाता है और दूसरा माली उसपे मैंने तवज्जो दिया।
मुस्लिम अंदलुस आज का स्पेन, में पुराने तारीखी सुबूत मिले हैं जिसमें अमेरिका में कारोबार के सिलसिले में लोगों का आना जाना होता था, जोकि कोलंबस के 1492 में अमेरिका जाने से पहले का वक़्त है, मुस्लिम ने स्पेन में 8 वीं शताब्दी से 15 वीं शताब्दी तक हुकूमत की है.
डॉक्टर खालिद ने बताया की कोलंबस के पास तीन ज़हाज़ थे जोकि इब्न ज़ायन के थे इब्न ज़ायन को दरयाई सफर में महारत थी इब्न ज़ायन के पास अटलांटिक समुद्र के पुराने मैप थे जोकि 1492 की कोलंबस सफर में मौजूद थे. स्पेन में मैने वहां पे इतिहासकार और यूनिवर्सिटी स्कॉलर से मिलकर मुझे पता चला की अंदलुस में सरकारी दस्तावेज है जिसमें अमेरिका में आने जाने का ज़िक्र है.
इतिहासकार दुचेस लुइस ने भी माना है की स्पेन में ईसाई हुकूमत ने मुस्लिम अंदलुस के दस्तावेज को मिटाये ताकि मुस्लिम कल्चर से लोग मुतासिर ना हो. फिल्ममेकर डॉक्टर खालिद ने कहा ” विजेता इतिहास को लिखता है अपने हिसाब से बदलता है लेकिन इतिहास के सुबूत नहीं मिटते हैं, दुनिया भर के इतिहासकार ने उनके तथ्य ही झुठला दिए हैं”
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयिप एरडोगन के हाल दिनों में बयान ने सालों पुराने इतिहास को ही भी गलत बता दिया था । तैयिप ने अपने एक तक़रीर में कहा कि अमेरिका की खोज कोलंबस से तीन दशक पहले 12वीं शताब्दी में मुस्लिमों ने की थी। इस्ताम्बुल शिखर सम्मेलन में लैटिन अमेरिका से आए मुस्लिम लीडरों के बीच राष्ट्रपति तैयिप ने कहा कि लैटिन अमेरिका और इस्लाम के बीच राबता 12वीं शताब्दी से है। मुस्लिमों ने 1178 में अमेरिका की खोज की, न कि क्रिस्टोफर कोलंबर ने। तैयिप ने कहा कि मुस्लिम नाविक 1178 में अमेरिका पहुंचे थे। कोलंबस ने क्यूबा के तट पर मौजूद पहाड़ी पर एक मस्जिद के अस्तित्व का ज़िक्र किया था, न कि अमेरिका का।
सिआसत स्पेशल