अमेरिका को पाकिस्तान पर भरोसा करना चाहिए – जरदारी

इस्लामाबाद: बलूचिस्तान में एक ड्रोन हमले में अफगान तालिबान प्रमुख की हत्या करने को लेकर पाकिस्तान और अमेरिका के बीच तनाव के बीच पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने आतंकवाद के खात्मे के लिए अमेरिका को पाकिस्तान के साथ ‘‘संबंध सुधारने’’ और ‘भरोसा’ करने को कहा।

2008 से 2013 तक राष्ट्रपति रहे जरदारी ने अमेरिकी कांग्रेस के उन सांसदों को भी चुनौती दी जिन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिकी हितों के खिलाफ कई हमलों के लिए जिम्मेदार कुख्यात हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई के प्रति पाकिस्तान के इरादे और उसकी कटिबद्धता पर संदेह प्रकट किया है।

जरदारी ने ‘शिकागो ट्रिब्यून’ में एक आलेख में लिखा है, ‘पाकिस्तान के प्रति यह नजरिया रखने वाले कांग्रेस के किसी भी धड़े को मैं चुनौती देना चाहूंगा कि वह पाकिस्तान में आएं और हमारी एकजुटता तथा संकल्प के गवाह बनें।’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए अमेरिका और पाकिस्तान को विश्वास का स्तर बढ़ाना चाहिए और संबंध सुधारने चाहिए।

‘द नेशन’ ने आलेख में उनको उद्धृत करते हुए लिखा है, ‘संदेह करने वालों को जानना चाहिए कि पाकिस्तान इस लड़ाई में तकरीबन 5,000 सैनिक और कई हजार नागरिकों को खो चुका है।

संघीय प्रशासित जनजातीय इलाकों में आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ अभियान में ये नुकसान हुआ है।’ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता ने पाकिस्तान को आठ एफ 16 विमानों की बिक्री रोकने के लिए भी आलोचना की और कहा कि यह फैसला निर्थक है।