अमेरिका भी लगा चुका है शराब पे पाबंदी..

पूर्वी भारत के एक बड़े प्रदेश बिहार ने हाल ही में शराब पर पाबंदी लगाई है, पाबंदी के बाद कई लोगों ने इसके पक्ष और विपक्ष में अपनी बातें कही हैं. झारखण्ड में ये बहस आम हो गयी है कि आख़िर बिहार में नितीश कुमार जो कर रहे हैं वो झारखण्ड में क्यूँ नहीं हो सकता. चर्चा यहाँ तक है कि ये एक चुनावी मुद्दा बन गया है और तमिल नाडू की मुख्यमंत्री और AIADMK की नेता जे. जयललिता ने एलान किया कि अगली बार अगर वो मुख्यमंत्री बनी तो शराब पर बंदी लगा देंगी. हालांकि शराब अपने आप में बड़ी बदनाम चीज़ रही है और कई रिसर्च में पता चला है कि शराब पीने वाले अधिक जुर्म करते हैं.
हालांकि यहाँ हम आपसे शराब-बंदी का ऐसा इतिहास साझा करना चाहते हैं जिसका यक़ीन करना आपके लिए मुश्किल होगा. संयुक्त राज्य अमरीका (USA ) में एक बार शराब-बंदी को लेकर बड़ा मूवमेंट चला था और उस मूवमेंट की कामयाबी का सिला ये हुआ कि अमेरिका के संविधान में 18वाँ संशोधन कर के शराब पर पाबंदी लगा दी गयी. प्रोग्रेसिव राष्ट्रपति वूड्रो विल्सन के ज़माने में ऐलिस पॉल के नेत्रित्व में जहाँ लड़कियों ने वोटिंग के अधिकार पाए वहीँ समाज की इस भयंकर बुराई पर भी पाबंदी लगाई गयी. 17 जनवरी 1920 को पारित हुए इस संशोधन के बाद अमेरिका में शराब पर पाबंदी लग गयी. हालांकि 21वें संशोधन के तहत 18वें संशोधन को निरस्त कर दिया गया और ये पाबंदी 1933 में ख़त्म कर दी गयी.