अमेरिका में पत्रकारों के लिए ट्रम्प शासनकाल सबसे खराब!

भारत के वरिष्ठ पत्रकार एवं टीकाकार शकील हसन शम्सी ने अमेरिका द्वारा प्रेस टीवी की एंकर को गिरफ़्तार किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस समय अमेरिका पत्रकारों के लिए सबसे बुरे दौर से गुज़र रहा है।

हमारे संवाददाता से बातचीत करते हुए वरिष्ठ भारतीय पत्रकार शकील हसन शम्सी ने प्रेस टीवी की एंकर मरज़िया हाशमी की गिरफ़्तारी को ग़ैर इंसानी कार्य बताया और अमेरिका द्वारा उठाए गए इस अमानवीय क़दम की कड़े शब्दों में निंदा की।

श्री शकील ने कहा कि मरज़िया हाशमी की गिरफ़्तारी ने एक बार फिर अमेरिका के क्रूर चेहरे को दुनिया के सामने पेश कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस समय अमेरिका में पत्रकार और पत्रकारिता दोनों बहुत ही बुरे दौर से गुज़र रहे हैं।

शकील हसन शम्सी ने कहा कि जब से अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर डोनल्ड ट्रम्प बैठे हैं तब से स्वयं अमेरिका के पत्रकारों एवं पत्रकारिता को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रम्प ख़ुद अमेरिका के पत्रकारों के साथ लगातार दुर्व्यवहार कर रहे हैं।

पत्रकार शकली शम्सी ने कहा कि ट्रम्प ने अब तक अमेरिकी पत्रकारों को झूठा, चोर और फेक न्यूज़ जैसे शब्दों से नवाज़ा है और ऐसा लगता है कि ट्रम्प की नज़र में कोई भी पत्रकार सही नहीं है।

उन्होंने कहा कि जिस देश का राष्ट्रपति अपनी ग़लतियां छिपाने के लिए पत्रकारों को बेईमान और चोर कह रहा हो तो वहां इस बात की कैसे उम्मीद की जा सकती है कि ईरान के किसी पत्रकार और वह भी जो अमेरिका की ग़लत नीतियों को दुनिया के सामने उजागर करता हो उसको छोड़ दिया जाएगा या उसके साथ इंसाफ़ होगा।

भारत के वरिष्ठ पत्रकार शकील शम्सी ने कहा कि अमेरिका पत्रकारों और पत्रकारिता के लिए एक अशांत स्थान बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि आए दिन न केवल ट्रम्प के ग़ुस्से का शिकार अमेरिकी पत्रकार हो रहे हैं बल्कि दुनिया भर के पत्रकारों के साथ उस देश में दुर्व्वहार हो रहा है।

शकील शम्सी ने कहा कि अभी हाल ही में जपान के एक पत्रकार के साथ भी अमेरिका में बहुत ही ग़लत व्यवहार हुआ था जिसको पूरी दुनिया ने लाइव प्रोग्राम के माध्यम से देखा था। उन्होंने कहा कि जब हमने यह ख़बर सुनी कि ईरान की एक महिला पत्रकार को अमेरिका में गिरफ़्तार कर लिया गया तो हमे कोई ख़ास हैरत नहीं हुई क्यों कि अमेरिका की नज़र में ईरान उसका सबसे बड़ा दुश्मन है।

शकील शम्सी ने कहा कि अमेरिका जो अपने आप को दुनिया का सुपर पॉवर कहता है, उसकी बहादुरी का अंदाज़ा इसी से दुनिया लगा सकती है कि वह एक हिजाब पहने मुस्लिम पत्रकार से इतना डर गया कि उनको गिरफ़्तार करके उनपर अत्याचार कर रहा है।

शकील शम्सी ने कहा कि मरज़िया हाशमी को गिरफ़्तार करके अमेरिका को कुछ प्राप्त होने वाला नहीं है, क्योंकि वह एक ऐसे देश की पत्रकार हैं जो बरसों से अमेरिका के सामने डटा हुआ है और उसको अपनी सही नीतियों से लगातार पराजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि मरज़िया के क़लम और उनकी ज़बान से डरने वाला देश अब अपने आप को सुपर पॉवर कहना छोड़ दे।

साभार- ‘parstoday.com’