अमेरिका में 7 मुस्लिम देशों के नागरिकों और प्रवासियों के आने पर पाबंदी

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका में ‘उग्रवादी मुस्लिम आतंकवादियों’ के प्रवेश को रोकने के लिए जाँच के नए उपायों की घोषणा करते हुए एक नए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया है, जिसके तहत अमेरिका में प्रवासियों के प्रवेश के कार्यक्रम को निलंबित किया, जबकि तत्काल 7 मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार नागरिक अधिकार संगठनों के समूह ने इस आदेश की निंदा करते हुए इसे भेदभावपूर्ण और नुकसानदायक बताया। पेंटागन में रक्षामंत्री जमीज़ मेट्स की शपथ समारोह के बाद राष्ट्रपति ट्रम्प ने कार्यकारी आदेश पत्र पर हस्ताक्षर किये.

एग्ज़िकुटिव आदेश के तहत अमेरिका में प्रवासियों के प्रवेश के कार्यक्रम को चार महीने के लिए निलंबित कर दिया गया। दूसरी ओर 7 मुस्लिम देशों ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के नागरिकों को 90 दिनों तक अमेरिका का वीजा जारी नहीं किया जाएगा।

पेंटागन में रक्षामंत्री जमीज़ मेट्स की शपथ समारोह के बाद राष्ट्रपति ट्रम्प ने कार्यकारी हुक्मनामे पर हस्ताक्षर किए जिसके तहत ‘उग्रवादी इस्लामी आतंकवादियों’ को देश से दूर रखने के लिए जाँच पड़ताल के सख्त कदम उठाए जाएंगे।

रिपोर्टों के अनुसार ट्रम्प ने शुक्रवार को एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि शरण चाहने वाले सीरियाई नागरिकों में ईसाइयों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा उन्होंने छह मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश को रोकने का संकल्प जताया।

कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि सीरियाई शरणार्थियों में से एक विशेष धर्म के लोगों को चिन्हित करके उन्हें शरण देने की व्यवस्था करना अमेरिकी संविधान का उल्लंघन है और इस आदेश को चुनौती दी जा सकती है। पेंटागन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि ‘मैं सख्त जाँच पड़ताल की नई पहल कर रहा हूँ ताकि उग्रवादी मुस्लिम आतंकवादियों को अमेरिका से दूर रखा जाए। हम चाहते हैं कि केवल उन लोगों को अपने देश में प्रवेश करने दें जो हमारे देश का समर्थन और दिल से हमारे लोगों से प्रेम करता है”।

राष्ट्रपति ट्रम्प ने सेना के पुनर्गठन के लिए एक अन्य कार्यकारी हुक्मनामे पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत नए जहाज और जहाज तैयार करने की योजना तैयार किए जाएंगे और इसके अलावा सेना को नए संसाधन, उपकरण प्रदान किए जाएंगे।