नई दिल्ली । उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बताया कि अमेरिकी हेल्थ रेग्युलेटर जनवरी 2011 से दवाइयों समेत टोटल 11,664 इंडियन प्रॉडक्ट्स को अमेरिकी बाजार में आने से रोक दिया है।
सीतारमण ने राज्यसभा को एक लिखित जवाब में बताया, US फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) की वेबसाइट पर मौजूद रिफ्यूजल रिपोर्ट डेटा के मुताबिक जनवरी 2011 से फरवरी 2016 तक टोटल 11,664 इंडियन प्रॉडक्ट्स को रिजेक्ट किया जा चुका है।’
उन्होंने बताया कि इन उत्पादों में दवाइयां, बेकरी उत्पाद, भुने हुए स्नैक्स, मसाले, बासमती चावल, फिशरीज, जड़ी-बूटियां, पूरक आहार, बाल रंगने के प्रॉडक्ट और रंग आदि शामिल हैं।
मंत्री ने बताया, ‘इन उत्पादों को रिजेक्ट करने के पीछे जो कारण बताए गए उनमें ब्रैंडिंग से लेकर पैकेजिंग, लेबलिंग और मिलावट तक में समस्याएं शामिल हैं।’
आगे उन्होंने भारत में बने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टैंडर्ड तक लाने की दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘सरकार ने लेबलिंग नियमों और कंपनियों के लिए मैन्युफैक्चरिंग तिथियों का उल्लेख करना जरूरी बनाने जैसे कदम उठाए हैं।
इनके अलावा, निर्यात से पहले जांच, स्टैंडर्ड्स पर और ज्यादा जोर तथा जहां कहीं संभव हो वहां इन मुद्दों को द्विपक्षीय व्यापार मंचों पर उठाना जैसे कदम शामिल हैं।