अमेरीका को उस की ताक़त के नशा में मस्त होने की सज़ा

न्यूयार्क, ०२ नवंबर (पी टी आई) तूफ़ान सेंडी ने अमेरीकी मशरिक़ी साहिल पर तबाही-ओ-बर्बादी के मुनाज़िर छोड़े हैं जहां हर तरफ़ लाशें बिखरी हुई नज़र आ रही हैं और आबादी वाले इस इलाक़ा में हर तरफ़ मलबा पड़ा हुआ है।

इस तूफ़ान की वजह से 80 से ज़ाइद हलाकतें ( मौते) हुईं और सैलाब से मुतास्सिरा पड़ोसी इलाक़ों में चोरी और रहज़नी ( लूट पाट) के वाक़ियात में ग़ैरमामूली इज़ाफ़ा हो गया। जबकि 4 मिलीयन अमेरीकी शहरी हनूज़ ( अभी तक) बर्क़ी ( बिजली) और मुवासलाती सहूलतों से महरूम हैं। न्यूयार्क और न्यूजर्सी के पड़ोसी इलाक़े अब भी पानी में घिरे हुए हैं और राहत कारी कारकुन मलबे से लाशें निकालने का काम जारी रखे हुए हैं।

इस सानिहा (हादसा) में 24 हलाकतें न्यूयार्क में हुईं जबकि 8 न्यूजर्सी और 4 कनकटीकट में हुईं। 3.75 मिलीयन से ज़ाइद लोग आज तीसरे दिन भी बर्क़ी सहूलत से महरूम रहे और उन्हें तारीकी (अंधेरे) में रहना पड़ा। न्यूयार्क टाईम्स ने ये इत्तिला दी। न्यूयार्क के गवर्नर एंड्रयू एम क्यूमो ने कहा कि रियासत में इबतिदाई ( शुरुआती) नुक़्सानात तक़रीबन 6 बिलीयन होने का किया गया है।

महलोकीन ( मरने वालों) की तादाद में भी इज़ाफ़ा हो सकता है क्योंकि सैलाब से मुतास्सिरा ( प्रभावित) इलाक़ों में तलाश का काम अभी जारी है जबकि कई लोग पानी में महसूर ( डूबे हुए) हैं और इस के इलावा अंदेशा है कि इमारतों के मलबे में भी लाशें दस्तयाब हो सकती हैं।

राकवे सेक्शन में 15 और जज़ीरा कोनी में 9 अफ़राद को दुकानात लूटने और रहज़नी के इल्ज़ामात में गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने इलाक़ा में क़ुदरती आफ़ात के बाद लूट मार मचाई थी। इन में एक 29 साला ख़ातून भी शामिल है जो अपने हाथ में हथियार लिए दूसरे हाथ में एक स्टोर से सरका ( चोरी) किए गए सामान उठाए जा रही थी।

पुलिस डिपार्टमेंट के तर्जुमान पाल जय बरूँ ने बताया कि इस ख़ातून को गिरफ़्तार कर लिया गया है। बरोकलीन और कोइन्स में नशीबी इलाक़े हनूज़ ( अभी तक) पानी से महसूर हैं। इस के इलावा मनहतन के एक हिस्से में सब स्टेशन में आतिशज़नी और धमाके के बाद बर्क़ी सरबराही मुनक़ते ( खत्म/ बाधित) हो गई थी जहां अब बर्क़ी बहाल कर दी गई है।

न्यूजर्सी में पब्लिक सर्विस इलेक्ट्रिक ऐंड गैस कंपनी के नुमाइंदों ने बताया कि 9 लाख सारिफ़ीन ( उप्भोक्ताओं) अब भी बर्क़ी की सहूलत से महरूम हैं।इसी दौरान एजेंसी की इत्तिला में बताया गया कि आलम इस्लाम में बाअज़ गोशों का एहसास है कि अमेरीका में इस्लाम मुख़ालिफ़ फ़िल्म बनाई गई और शान ए रिसालत में गुस्ताखाना हरकतों का सिलसिला दुनिया भर के मुसलमानों की दिला ज़ारी का मूजिब ( कारण/ वजह) बना ।

अब अमेरीका को उस की ताक़त के नशा में मस्त होने की सज़ा मिल रही है कि तूफ़ान सेंडी ने उसे बरी तरह नुक़्सान से दो-चार कर दिया और उस की मईशत ( माली हालात) पर अरबों रुपय का ख़सारा ( नुकसान) आइद हुआ । तूफ़ान सेंडी इस के लिए इंतिबाह ( चेतावनी) है कि शान ए रिसालत में गुस्ताखाना हरकतों की सज़ा क्या होती है ।

सुपर पावर अमेरीका आज सेंडी तूफ़ान की वजह से 60 अरब डालर के नुक़्सान से दो-चार हुआ है । इंसानी हमदर्दी की ख़ातिर दुनिया भर के मुसलमानों को अपने मज़हब और रसूल ( स०अ०व०) की तालीमात की रोशनी में मुसीबत में महसूर अमेरीकीयों की मदद करना चाहिये ।

मगर अमेरीका इस तूफ़ान से सबक़ हासिल कर ले । अल्लाह का वादा है कि जिस किसी ने अल्लाह और इस के रसूल ( स०अ०व०) की शान में गुस्ताख़ी की वो अज़ाब का मुस्तहिक़ होगा । सेंडी तूफ़ान एक ऐसी क़ुदरती आफ़त है जिस ने अमेरीका की बुनियादें हिला दीं हैं जहां एक सेकेंड के लिए भी बर्क़ी मुनक़ते ( बिजली होती) नहीं होती वहां कई इलाक़े तारीकी ( अंधेरे) में ग़र्क़ हो गए हैं ।

परवाज़ें ( उड़ाने) मंसूख़ , कारोबार बंद और कारें , ट्रेन , जहाज़ , ख़ामोश खड़े क़ुदरत के क़हर की इबरतनाक ( भयानक) निशानी बने हुए हैं ।