अफ़्ग़ानिस्तान में अमेरीका की ज़ेर क़ियादत इत्तिहादी फ़ौज केलिए काम करने वाले अफ़्ग़ान जंगजू अमेरीकीयों से बदज़न हो कर दुबारा तालिबान में शामिल होना शुरू होगए हैं।
ईरान के प्रैस टी वी की ख़बर के मुताबिक़ अफ़्ग़ानिस्तान में क़ाबिज़ फ़ौज केलिए काम करने वाले अफ़्ग़ान जंगजू जिन की तर्बीयत पर अमरीकी और इत्तिहादियों ने लाखों डालर ख़र्च किए। उन्हों ने अपनी वफ़ादारियां तबदील करना शुरू कर दी हैं और कई जंगजू वंने तालिबान के साथ शमूलीयत इख़तियार(शामिल) कर ली है जिस की वाज़े मिसाल मग़रिबी सूबे फ़रह की है जहां 23 अफ़्ग़ान मलेशिया के अरकान ने ना सिर्फ तालिबान के साथ शमूलीयत इख़तियार की बल्कि इत्तिहादियों की जानिब से मिलने वाले हथियार भी उन के हवाले कर दिए और वो जंगजू जिन्हें अमरीकी फ़ौज तालिबान के ख़िलाफ़ इस्तिमाल करने केलिए तर्बीयत दी थी वो नाटो फ़ौज के ख़िलाफ़ बरसर पैकार होगए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरीका केलिए ये सूरत-ए-हाल इंतिहाई तशवीशनाक होती जा रही है। अफ़्ग़ानिस्तान के हक़ूक़-ए-इंसानी कमीशन के रुकन नरीद हामिदी ने प्रैस टी वी से बातचीत करते हुए कहा कि अमेरीका की अफ़्ग़ान मलेशिया को हथियार देने की मंसूबा बंदी बुरी तरह नाकाम होगई