अमेरीकी सेंट के सदस्यों कि चिंता

* पाकिस्तानी डाक्टर को आम माफ़ी और रिहा करने की अपील
वाशिंगटन । पाकिस्तान की तरफ‌ से एक डाक्टर को जिस ने अलक़ायदा के प्रमुख‌ उसामा बिन लादन तक पहुंच‌ हासिल करने में अमेरीकी इंटलिजन्स वीभाग‌ सी आई ए की मदद की थी, सज़ाए क़ैद सुनाने पर सदमा से दो-चार अमेरीकी सदस्य‌ सेंट जान मैककेन और कार्ल लीवन ने अपने एक मुशतर्का ब्यान में कहा कि ये सदमा अंगेज़ और बद बख्ता ना बात हैकि शकील आफ़रीदी को जो एक पाकिस्तानी डाक्टर है और जिस ने उसामा बिन लादन को तलाश करने में अमेरीका की मदद की थी, 33 साल की सज़ाए क़ैद साज़िश के जुर्म में सुनाई गई है।

हम हकूमत-ए-पाकिस्तान पर ज़ोर देते हैं कि उसे तुरंत‌ माफ़ करके रहा कर दिया जाए। एक एसे वक़्त जबकि अमेरीका और पाकिस्तान को पहले से कहीं ज़्यादा मुशतर्का तौर पर तामीरी काम करने की ज़रूरत है, आफ़रीदी की मुसलसल क़ैद और इस से मुजरिम जैसा सुलूक पाक । अमेरीका संबधों को अबतर बना देगा।

उन्हों ने कहा कि इन हालात में पाकिस्तान कि माली मदद‌ करना भी दुरुसत नहि होसकता है। मैककेन और लीवन ने कहा कि आफ़रीदी ने जो कुछ किया वो किसी भी तरह साज़िश क़रार नहीं दिया जा सकता। ये एक बहादुराना , नुमायां और मुहिब-ए-वतन कारनामा था कि इस ने दुनिया को एक एसे दहश्तगर्द का पता चलाने में मदद की जिस कि पुरि दुनिया को तलाश थि, जो कई बेक़सूर पाकिस्तानीयों के ख़ून से अपने हाथ रंगे हुए था। वो कई अफ़राद का क़ातिल था।