अमेरीकी फ़ौजी ओहदेदार ने इस्लाम कुबूल किया

काबुल, 30 दिसंबर: ( एजेंसी ) : अफ़्ग़ानिस्तान में तैनात अमेरीकी अफ़्वाज की बड़ी तादाद इस्लाम और उसकी तालीमात से मुतास्सिर हो रही है । तालिबान के इस मुल्क में मुसलमानों की तर्ज़-ए-ज़िदंगी और जज़बा एस्सार-ओ-क़ुर्बानी के बेशुमार मुज़ाहिरों के पेश नज़र अमेरीकी फ़ौजी ओहदेदार ने कलिमा शहादत पढ़ लिया ।

अफ़्ग़ानिस्तान के सूबा मशरिक़ी कंवर के ज़िला वित्तापर में इस अमेरीकी फ़ौजी ओहदेदार जेम्स ग्रांट ने जो अमेरीकी रियासत टनासी से ताल्लुक़ रखता है कहा कि मैं गुज़शता 7 माह से इस्लाम पर किताबें पढ़ रहा था ।

क़ुरआन मजीद की तफ़सीर पढ़ने के बाद मैंने कलिमा शहादत पढ़ कर इस्लाम कुबूल कर लिया । अमेरीकी सर्विस रुकन जिन्होंने अपना नाम मुहम्मद आसिफ़ रख लिया है जुमा के दिन इस्लाम कुबूल कर लेने का बाक़ायदा ऐलान किया । उन्होंने कहा कि उन्हें इस्लाम ही हक़ीक़ी मज़हब नज़र आया है ।

उन्होंने कहा कि इस्लाम कुबूल करने से क़बल उन्होंने अपनी अहलिया ( बीवी) से सलाह-ओ-मश्वरा किया जिसने मेरे तबदीली मज़हब की मुख़ालिफ़त नहीं की । अब मैं सब से पहले अपने ख़ानदान वालों को इस्लाम की तालीमात से वाक़िफ़ करवाउंगा और इसके बाद दीगर के दरमियान इस्लाम की तब्लीग़ करूंगा ।

दो बच्चों के वालिद जेम्स ग्रांट जो अब मुहम्मद आसिफ़ हो गए हैं कहा कि कलिमा शहादत पढ़ने के बाद उन्हें कलबी सुकून हासिल हुआ है । उन् ने अफ़ग़ान अवाम के बड़े हुजूम और बैरूनी फ़ौजी ओहदेदारों की मौजूदगी में कलिमा शहादत पढ़ कर मुशर्रफ़ बह इस्लाम होने का ऐलान किया । इस मौक़ा पर अफ़्ग़ान फ़ौज से वाबस्ता इमाम हमीद उल्लाह ने उन्हें कलिमा शहादत पढ़ाया ।