हैदराबाद कई दिनों की देरी और टाल मटोल के बाद आंधरा प्रदेश हुकूमत ने आख़िरकार अम्मार प्रोपर्टीज़ स्केंडल में आई ए एस ओहदेदार मिस्टर बी पी अचार्य के ख़िलाफ़ फौजदारी कार्रवाई की इजाज़त देदी है । हुकूमत ने फिरभि इसी केस में एक और सिनीयर आई ए एस ओहदेदार और फ़िलहाल तरविमला तिरूपति देवा स़्थानम के एगज़ेक्डीव ओफिसर की हैसियत से ख़िदमात अंजाम देने वाले मिस्टर एल वी सुब्रामणिम के ख़िलाफ़ कार्रवाई की इजाज़त देने से इनकार कर दिया है ।
चीफ मिनिस्टर के दफ़्तर के ज़राए(सुत्रो) ने ये बात बताई । मिस्टर बी पी अचार्य को चंद माह पहले गिरफ़्तार किया गया था और वो फ़िलहाल जेल में हैं। सी बी आई अम्मार केस में मिस्टर अचार्य और दूसरों के ख़िलाफ़ पहले ही चार्च शीट पेश कर चुकी है । सी बी आई इस केस की जांच कर रही है और इस ने मिस्टर अचार्य के इलावा मिस्टर सुब्रामणिम को 11 जून को इस के सामने हाज़िरी की हिदायत देते हुए सम्मन जारी कर दिया है ।
सीबीआइ ने रियासती हुकूमत से इन दोनों ओहदेदारों के ख़िलाफ़ फौजदारी कार्रवाई की इजाज़त मांगी थी लेकिन हुकूमत ने ये मसला मर्कज़ से रुजू कर दिया है । मर्कज़ी हुकूमत ने ये फाईल रियासती हुकूमत के रिमार्कस तलब करते हुए वापिस करदी थी । कई दिन तक इस फाईल पर कोई फैसला करने में टालमटोल करते हुए चीफ मिनिस्टर मिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने आख़िरकार मिस्टर अचार्य के ख़िलाफ़ कार्रवाई की इजाज़त देदी है लेकिन उन्हों ने मिस्टर एल वी सुब्रामणिम के ख़िलाफ़ कार्रवाई की इजाज़त देने से इनकार कर दिया है ।
सरकारी सुत्रो ने ये बात बताई । चीफ मिनिस्टर ने इस मसले पर रियासत के एड विकेट जनरल मिस्टर सुदर्शन रेड्डी से बातचित के बाद वो बैंगलुर रवाना होगए । सुत्रो ने कहा कि इस के बाद एक खत केन्द्र सरकार को फौजदारी कारवाइ के मसले पर रवाना कर दिया गया है ।
एजेंसी की एक और खबर में कहा गया है कि सी बी आई अदालत ने मिस्टर एल सुब्रामणिम और मिस्टर बी पी अचार्य को सम्मन जारी कर दिया है । कहा गया है कि सी बी आई अदालत ने मिस्टर अचार्य के ख़िलाफ़ प्रेजर टरांज़ट वारंट जारी करते हुए जेल हुक्काम को हिदायत दी कि उन्हें 18 जून को सी बी आई की अदालत में पेश किया जाए ।