अयोध्या की क़दीम मस्जिद 21 साल बाद भी मरम्मत की इजाज़त से महरूम

बाबरी मस्जिद के सामने अयोध्या की एक क़दीम मस्जिद जिस को 1992 में फ़िर्खापरस्त अनासिर ने बुरी तरह से नुक़्सान पहुंचाया था। इस मस्जिद में अभी तक मुस्लमान नमाज़ तो अदा कररहे हैं, लेकिन ज़िला इंतिज़ामीया ने 21 बरसी गुज़र जाने के बाद भी इस मस्जिद की मरम्मत-ओ-तज़ईन कारी की इजाज़त नहीं दी है जब कि अयोध्या के मुस्लमान इस सिलसिले में मुसलसल फ़ैज़ाबाद ज़िला हुक्काम से लेकर यूपी हुकूमत के ज़िम्मेदारों को ना जाने कितनी याददाश्तें दे चुके हैं, लेकिन अभी तक इजाज़त नहीं मिली।

अंजुमन तहफ़्फ़ुज़ मक़ाबिर-ओ-मसाजिद के रूह रवां हाजी महबूब जो अयोध्या के मसाजिद-ओ-मक़ाबिर के तहफ़्फ़ुज़ के लिए हरवक़त सरगर्म रहते हैं, उन्होंने कहा कि इन 21 बरस में मुलाय‌म सिंह यादव, मायावती और अब अखीलेश यादव की हुकूमतें आचुकी हैं, लेकिन इन्ही से किसी हुकूमत ने इस क़दीम मस्जिद की मरम्मत की इजाज़त नहीं दी। उन्होंने कहा कि गुज़िश्ता दिनों हज़रत शीसआ की मज़ार पर फ़िर्खापरस्त अनासिर ने तोड़ फोड़ की और ज़ीशान उर्फ़ दानिश नाम के नौजवान को मस्जिद जनाती के अंदर घुस कर क़त्ल कर दिया। पुलिस ने एक हफ़्ते के बाद इसका कोई सुराग़ नहीं लगा सकी। उन्होंने कहा कि इस से पता चलता है कि फ़िर्खापरस्त अनासिर के एजंडे पर अब भी अयोध्या है।