लखनऊ, 03 अप्रेल: भारतीय जनता पार्टी की रियासती मजलिसे आमिला का दो रोज़ा इजलास शहर चित्रकूट ( बांदा) में कल से शुरू होरहा है जिस का इफ़्तिताह बी जे पी के सीनियर लीडर और साबिक़ मर्कज़ी वज़ीरे दाख़िला लाल कृष्ण अडवानी करेंगे। इजलास का इख़तेताम 4 मार्च को होगा जिस को पार्टी के क़ौमी सदर राज नाथ सिंह मुख़ातिब करेंगे। बी जे पी के रियासती सदर लक्ष्मण वाजपाई ने कहा कि पार्टी की आमिला का इजलास चित्रकूट में इस लिए रखा गया है क्योंकि चित्रकूट से हन्दुओं की मज़हबी अक़ीदत वाबस्ता है और ये शहर रामचंद्र जी की रन भूमी ( मैदान-ए-जंग ) भी रहा है।
उन्होंने कहा कि लोक सभा इंतिख़ाबात पार्टी अपने साबिक़ हिंदूतवा मौक़िफ़ पर लड़ेगी और राम मंदिर की तामीर के अपने अह्द को दोहराएगी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की क़ियादत में लड़े जाने वाले मुजव्वज़ा इलेक्शन में पार्टी को ख़ातिरख़वाह कामयाबी मिलने के इमकानात हैं। बी जे पी की आमिला का इजलास एक ऐसे वक़्त में होरहा है जब यू पी के सब से बड़े सेक्यूलर लीडर और समाजवादी पार्टी सरबराह मुलायम सिंह यादव, अडवानी को हमेशा सच बोलने वाला लीडर क़रार दे चुके हैं।
उन्होंने अडवानी और वाजपाई की तारीफों के पुल बांध रहे हैं। मुलायम सिंह यादव के हालिया बयान से उन की सेक्यूलर साख को ज़बरदस्त धक्का लगा है। अगरचे भारतीय जन्ता पार्टी के लीडरों ने मुलायम सिंह यादव की जानिब से अटल बिहारी वाजपाई और लाल कृष्ण अडवानी की तारीफ़ किए जाने पर अपने किसी ख़ास रद्द-ए-अमल का इज़हार नहीं किया है बल्कि पार्टी ने ये कह कर उस की एहमियत को कम कर दिया है कि वाजपाई और अडवानी को मुलायम सिंह यादव या किसी और लीडर की तारीफ़ की ज़रूरत नहीं है।
आमिला के इजलास में राज नाथ सिंह की टीम यू पी के बाज़ लीडरों को जगह ना मिलने और उन की जगह पर उन से कम सयासी क़द रखने वाले लीडरों को लेने से पार्टी के एक हलक़े में जो नाराज़गी पैदा हुई है वो भी बढ़ सकती है।