अयोध्या में भाजपा की विवादित योजना, बाबरी मस्जिद से थोड़ी दूर बनेगा रामायण म्यूजियम

अयोध्या: उत्तर प्रदेश में चुनाव हो और राम मंदिर का जिक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता, अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं. भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए पूरा जोर लगा रही है. इसी कड़ी में अयोध्या में रामायण संग्रहालय स्थापित करने की मोदी सरकार की योजना को गति मिल गई है.

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EENADU INDIA के अनुसार, म्यूजियम के लिए विवादित राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद परिसर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर 25 एकड़ भूखंड की पहचान कर ली गई है. सूत्रों के मुताबिक संग्रहालय के निर्माण के लिए प्रस्तावित स्थान का निरीक्षण करने के लिए 18 अक्टूबर को पर्यटन मंत्री महेश शर्मा के अयोध्या आने की संभावना है. यह संग्रहालय रामायण सर्किट का हिस्सा होगा.

राम यात्रा चित्रण के लिए म्यूजियम के भूमि निरिक्षण के दौरान शर्मा के रामायण सर्किट एडवाइजरी बोर्ड के साथ एक बैठक करने की संभावना है, जिस में नेपाल और श्रीलंका में धार्मिक नेताओं के साथ भी मंत्री के एक बैठक आयोजित किये जाने पर रणनीति तय हो सकती है. इस संग्रहालय में भगवान राम की यात्रा को चित्रित किया जाएगा.

सू़त्रों ने बताया कि शर्मा, अयोध्या या चित्रकूट जिले में आयोजित होने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन के लिए योजनाओं पर भी विचार करेंगे. सम्मेलन में करीब 12 देशों के प्रतिनिधि शामिल होने की संभावना है. हालांकि, भाजपा इस बात पर जोरी देती रही है कि अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों में राम मंदिर एक चुनावी मुद्दा नहीं होगा. लेकिन इसी कड़ी में प्रस्तावित रामायण संग्रहालय और संबंधित गतिविधियों को हिंदुत्व के समर्थकों को खुश करने की कोशिश जरूर है.