अयोध्या में योगी की दिवाली उत्सव पर बाबरी कमेटी का सवाल, सरकार कर रही है विशेष धर्म के लिए काम

कल उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी में अब तक की सबसे अलग सबसे अच्छी तरह से दिवाली मनाई गयी| कुछ लोगों का कहना है की त्रेता युग की दिवाली के बारे में सुना था उसको देखा नहीं था लेकिन आज देख भी लिया कि ऐसा ही रहा होगा| कल की अयोध्या की दिवाली ने त्रेता युग की दिवाली की याद दिला दी| जिसमें लगभग 1 लाख 73 हज़ार दिए जलाये गए| भव्य समारोह का आयोजन किया गया| राम लक्ष्मण को हेलीकाप्टर से अयोध्या की नगरी में उतारा गया| इन सभी आयोजन पर होने वाले सरकारी ज़्यादती खर्च पर उत्तर प्रदेश बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है|

एक्शन कमेटी ने कहा की योगी सरकार ने सरकारी खर्चे पर अयोध्या में दीपावली मनाई और अब भगवान राम की 108 फिट ऊंची प्रतिमा स्थापित कर रहे हैं जिसपे उन्हें ऐतराज़ है| कमेटी का कहना है कि मैं सभी धर्म की इज्ज़त करता हूँ दिवाली मनाये अच्छी बात है लेकिन ये सब देख के ऐसा लगता है कि यूपी की सरकार सर्व धर्म की न होकर खुद को विशेष धर्म का मानने वालों की सरकार समझकर कार्य कर रही है| और सरकारी खर्च को इसमें उपयोग कर रही है जिस पर हमें ऐतराज़ है| बुधवार को कमेटी न्यायालय में चल रहे बाबरी मस्जिद के मामले को लेकर बैठक की गयी|

ज़फ़रयाब जीलानी ने इस मामले की पैरवी के लिए हुई बैठक में कमेटी के संयोजक के रूप में की| मौलाना मो. इदरीस बस्तवी की अध्यक्षता में बुधवार को बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी की बैठक हुई थी| इस पूरे बैठक में प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या में सरकारी स्तर पर दीवाली मनाने तथा रामचंद्र जी की प्रतिमा स्थापित करने के निर्णय का मुद्दा छाया रहा| कमेटी ने कहा कि प्रदेश की सरकार सिर्फ अपने धर्म को बढ़ावा दे रहे हैं| उसी के अनुसार काम कर रही है|

जबकि भारत के संविधान के हिसाब से सरकार का संबंध किसी धर्म विशेष से नहीं होना चाहिए| उसे सभी धर्मो का सम्मान करना और सभी धर्मो के मानने वालों को एक नज़र से देखना हर सरकार की ज़िम्मेदारी है|

 

शरीफ़ उल्लाह