अयोध्या में वीएचपी और हिन्दूवादी संगठनों के प्रोग्राम को लेकर एआईएमपीएलबी के वरिष्ठ सदस्य खालिद राशिद फरंगीमहली ने कहा कि छोटे से बच्चे को भी पता है कि देश के माहौल को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि कुछ राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव और अगले साल की शुरुआत में होने वाले लोकसभा चुनाव में फायदा हासिल किया जा सके।
फरंगीमहली ने कहा कि सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि अयोध्या में आम आदमी की सुरक्षा के लिए मजबूत बंदोबस्त किया जाए ताकि 1992 जैसी घटना की पुनरावृत्ति ना होने पाये। जिलानी ने कहा कि सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
दोनों ही हालांकि महसूस करते हैं कि सरकार और प्रशासन को ना सिर्फ मुसलमान बल्कि अयोध्या के हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. विशेषकर 1992 में जो कुछ हुआ, उसे देखते हुए सुरक्षा इंतजाम करने चाहिए।
राम जन्मभूमि—बाबरी मस्जिद मामले से जुडे इकबाल अंसारी, हाजी महबूब और मोहम्मद उमर ने हाल ही में कहा था कि मुसलमान असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्हें सुरक्षा दी जानी चाहिए।
साभार- ‘ज़ी न्यूज़’