अयोध्या हिन्दुओं की है और रहेगा- विश्व हिंदू परिषद

राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने अपने प्रयासों को और तेज कर दिया है। शीतकालीन सत्र के ठीक पहले एक बार फिर से विहिप ने सरकार पर दबाव डालने के लिए विशाल रैली आयोजित की है। यह रैली मुख्य रूप से राम मंदिर निर्माण के लिए ही रखी गई है।

विहिप चाहता है कि सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाए. विहिप इस बात को लेकर आश्वस्त भी है कि सरकार इस बार के शीतकालीन सत्र में राम मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश जरूर लाएगी, लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस तरह की किसी भी संभावना से स्पष्ट इनकार किया है।

इस कार्यक्रम के दौरान मंच पर वीएचपी के बड़े पदाधिकारियों के साथ कई संत भी उपस्थित हैं, धर्मसभा को साध्वी ऋतंभरा, महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, जगतगुरु हंसदेवाचार्य महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज, आरएसएस के सुरेश (भैय्याजी) जोशी, आलोक कुमार और बीएस कोकजे द्वारा संबोधित किया गया है।

धर्मसभा को संबोधित करते हुए विहिप के उपाध्यक्ष चंपतराय ने कहा है कि, ‘अगर इंडिया गेट से जॉर्ज पंचम हटाए जा सकते हैं, विक्टोरिया गायब हो सकती है, इरविन हॉस्पिटल, विलिंगटन हॉस्पिटल, औरंगजेब रोड के नाम बदले जा सकते हैं, सोमनाथ पुनर्निमाण का संकल्प भारत की सरकार 1950 में कर सकती है, तो आज की राजसत्ता भी राम मंदिर निर्माण का संकल्प करे।

हिंदुस्तान की युवा पीढ़ी इस राजसत्ता को बल प्रदान करने के लिए यहां एकत्रित हुई है, आगे बढ़ो, कानून बनाओ, अयोध्या हिंदुओं का तीर्थ है, मोक्ष नगरी है, ये हिंदुओं का ही तीर्थ रहेगा, किसी आक्रमणकारी का कोई प्रतीक नहीं चाहिए।

साभार- ‘न्यूज़ ट्रैक’