इसराईली हुकूमत ने मुल्क की अरब आबादी की मआशी सूरते हाल बेहतर बनाने के लिए कई बिलीयन डॉलर्स मालियत के मंसूबे की मंज़ूरी दे दी है। ये रक़म किस तरह ख़र्च की जाएगी, इस बारे में तफ़सीलात फ़ौरी तौर पर दस्तयाब नहीं हुईं। ख़बररसां इदारे ए एफ़ पी के मुताबिक़ ताहम इसराईली वज़ीरे आज़म के दफ़्तर से जारी होने वाले ब्यान में कहा गया है कि इस प्रोग्राम में तालीम, ट्रांसपोर्टेशन, रोज़गार, बुनियादी ढांचा, सक़ाफ़त और खेलों को शामिल किया जाएगा।
इस ब्यान में नितिन्याहू की तरफ़ से कहा गया है, इस मंसूबे में यक़ीनी बनाया गया है कि इसराईल में रहने वाली अक़लीयतें, मुसलमान, मसीही, दोज़ी और सरकिशयाई अपने मुख़्तलिफ़ सेक्टर्स में तरक़्क़ी के लिए मुनासिब बजट हासिल करें। इसराईली हुकूमत के एक अहलकार ने नाम ज़ाहिर ना करने की शर्त पर ए एफ़ पी को बताया कि पाँच बरसों पर मुहीत ये मन्सूबा 10 से 15 बिलीयन मालियत का होगा।
ये रक़म 2.56 से 3.84 बिलीयन अमरीकी डॉलर्स के मुसावी बनती है। इसराईली पार्लीयामेंट में अरब जमातों की मुशतर्का फ़ेहरिस्त की सरब्राही करने वाले एमन ऊदे ने मुहतात अंदाज़ में इस मंसूबे का ख़ैर मक़्दम किया है जो उनके कहने के मुताबिक़ तवील अवामी जद्दो जहद का नतीजा है और जिसे अभी तकमील को पहुंचना है।