मुत्तहदा अरब इमारात ने अरब ममालिक से मुल्हिक़ा जज़ीरों में ईरानी फ़ौजी तैनाती को ख़ौफ़ की अलामत क़रार देते हुए दुबई के पुलिस सरबराह लेफ़्टीनेंट जनरल ज़ाही ख़लफ़ान ने वार्निंग दी है कि अमीरात जंग करना चाहे तो ख़ुश्क-ओ-तर को लम्हों में भस्म कर के रख देगा।
जनरल ख़लफ़ान ने समाजी राब्ते की वेबसाइट ट्यूटर पर अपने हालिया पैग़ाम में कहा है कि मुत्तहदा अरब अमीरात एक अमन पसंद मुल्क है और हमसायों के साथ महाज़ अराई नहीं चाहता लेकिन जंग की सूरत में सब कुछ जला देने की ताक़त भी रखता है।
अल अरबिया के मुताबिक़ उन्होंने कहा कि अगर किसी को अमीरात की ताक़त का अंदाज़ा करना हो तो वो बस ये जान ले कि अमीरात के पास किसी भी दूसरे मुल्क से ज़्यादा ताक़त मौजूद है। ईरान की जानिब से मुतनाज़ा जज़ीरों में मुबय्यना फ़ौजी तैनाती से मुताल्लिक़ ज़ाही ख़लफ़ान ने दावा किया कि ईरान ने इन जज़ीरों पर उस वक़्त क़ब्ज़ा किया था जब अमीरात के पास फ़ौज ना थी और इस वक़्त ईरान दुनिया की पांचवीं बड़ी ताक़त थी। अब सूरत-ए-हाल क़तई तौर पर मुख़्तलिफ़ है।
ख़लफ़ान ने कहा कि इसराईल और अरब ममालिक के दरमयान लड़ी जाने वाली जंगों में अरबों की हज़ीमत की वजह मज़बूत एयर फ़ोर्स का ना होना था लेकिन आज यू ए ई ( UAE) के पास हक़ीक़ी फ़िज़ाई सलाहीयत की हामिल एयर फ़ोर्स मौजूद है जो किसी भी पड़ोसी मुल्क से बेहतर जंग की सलाहीयत रखती है।