अरब लीग के वफ्द का अनक़रीब दौरा ग़ाज़ा

मिस्र के सदर मुहम्मद मर्सी ने कहा कि इस बात के कुछ इशारे हैं कि ग़ज़ा में शायद जल्द जंग बंदी हो लेकिन उस की कोई ज़मानत नहीं दी जा सकती। मिस्र के दार-उल-हकूमत क़ाहिरा में अरब लीग के इजलास के साथ साथ हम्मास के सरबराह ख़ालिद मशाल, क़तर के अमीर, तुर्की के वज़ीर-ए-आज़म और मिस्र के सदर के दरमयान चार फ्रीकी मुज़ाकरात भी हो रहे हैं।

इस से पहले मिस्र के दार-उल-हकूमत क़ाहिरा में जारी अरब लीग के इजलास में ये फ़ैसला किया गया कि अरब लीग का एक नुमाइंदावफ्द ग़ज़ा का एक दो रोज़ में दौरा करेगा। इस से पहले इसराईली फ़ौज ने कहा था कि अब भी ग़ज़ा में सैंकड़ों की तादाद में हदफ़ मौजूद हैं जिन के लिए वो ग़ज़ा के अंदर हमले करना चाहती है।

इसराईली फ़ौज की एक तर्जुमान ने बी बी सी से बात करते हुए कहा कि ग़ज़ा पर हुकूमत करनेवाली तंज़ीम हम्मास से वाबिस्ता हर एक चीज़ को निशाना बनाना जायज़ है और इस का मक़सद इसराईली शहरीयों को फ़लस्तीनी राकेटों से बचाना और राकेट फ़ायर करने वाले अस्करीयत पसंद गिरोहों को कमज़ोर करना है। उधर ग़ज़ा के इलाक़े से इसराईल पर राकेट दागे़ जाने का सिलसिला जारी है।