अराज़ी के गैर कानूनी अलॉटमेंटको मंसूख़ करने चंद्रा बाबू नायडू का मुतालिबा

सदर तेलगुदेशम चंद्रा बाबू नायडू ने आज मुतालिबा किया कि रियासती हुकूमत 2006 और 2011 के दरमियान ख़ानगी कंपनियों और दीगर अफ़राद को अराज़ी की गैर कानूनी अलॉटमेंटको फ़ौरी मंसूख़ करदे । कमपेटरोलर एंड आडीटर जनरल आफ़ इंडिया की तहकीकात की रोशनी में इस अराज़ी अलॉटमेंट को मंसूख़कर दिया जाना ज़रूरी है ।

यहां प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए चंद्रा बाबू नायडू ने कहा कि अलॉट करदा आराज़ीयात को वापिस लिया जाय और उन्हें किसानों के हवाले किया जाय । ये अराज़ी किसानों से ज़बरदस्ती हासिल की गई थी । उन्हों ने कहा कि ये मुल्क का सब से बड़ा अराज़ी स्कैंडल है । कमपटरोर एंड आडीटर जनरल की रिपोर्ट से इस मसला पर हमारे मौक़िफ़ की तौसीक़ होती है ।

इस वक़्त के चीफ मिनिस्टर डाक्टर राज शेखर रेड्डी ने तमाम क़वाइद को बालाए ताक़ रखते हुए अंधा धुंद तरीका से अपने ख़ानदानों के लोगों को फ़ायदा पहूँचाने आराज़ीयात अलॉट किए थे। अपोज़ीशन लीडर ने कहा कि गैर कानूनी अराज़ी हासिल करने वालों ने वाई एस आर के फ़र्ज़ंद की जानिब से शुरू करदा बिज़नस वेंचर में बड़े पैमाने पर सरमाया कारी की थी ।

जगन मोहन रेड्डी ने रियासत में सयासी बिसात बिछाने के लिए सयासी क़ाइदीन और मीडिया को ब्लैक मेल भी करना शुरू किया। अदलिया को भी उन्हों ने अपने अख़बार और टैलीविज़न चेनल के ज़रीया ब्लैक मेल करने की कोशिश की। ये अख़बार और टैली वीज़न चेनल गैरकानूनी दौलत से शुरू किए गए है ।