फ्रांस के फोरेसिंक साइंसदानो का कहना है कि उनकी जांच से पता चला है कि फिलिस्तीनी लीडर यासर अराफात को जहर नहीं दिया गया। इन साइंसदानो का कहना है कि 2004 में उनकी मौत शायद रेडियोएक्टिव पलेस्टीनियना से हुई।
फ्रांस के फोरेन्सिक साइंसदानो की इस राय को अराफात की बेवा बीवी सुहा अराफात ने फौरन इंतेबाह दिया है और कहा है कि उनका कत्ल किया गया था और यह काम किसी ऐसे शख्स ने किया था जो उनके बहुत नजदीक था। लेकिन एक सीनीयर फिलिस्तीनी आफीसर ने इसकी तरदीद की है और कहा है कि अराफारत की मौत को सियासी रंग देने की कोशिश की जा रही है।
सुहा अराफात ने कहा कि वह यूरोप के तजुर्बाकार माहिरीन की रिपोर्ट में बाहमी मुखालिफत से अंजान है।